देश के आठ बड़े शहरों में जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान घरों की बिक्री सालाना 5 प्रतिशत बढ़कर 87,108 यूनिट हो गई। रियल एस्टेट कंसल्टेंट नाइट फ्रैंक इंडिया ने गुरुवार को अपने लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, 2024 कैलेंडर वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए अपनी रिपोर्ट में एनारॉक और प्रॉपइक्विटी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के विपरीत घरों की बिक्री में मामूली वृद्धि दिखाई गई, जिसमें प्रमुख शहरों में जुलाई-सितंबर के दौरान कुल बिक्री में गिरावट दर्ज की गई।
साल की सबसे अधिक तिमाही बिक्री
खबर के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2024 में रेसिडेंशियल मार्केट में रफ्तार अच्छी देखने को मिली है। इस तिमाही में इस साल की सबसे अधिक तिमाही बिक्री दर्ज की गई। नाइट फ्रैंक इंडिया के सीएमडी शिशिर बैजल ने कहा कि घरों की बिक्री में बढ़ोतरी 1 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले प्रीमियम आवास की मांग से प्रेरित है। बैजल ने कहा कि किफायती आवास खंड में चिंता है। उन्होंने कहा कि उपलब्धता और घर खरीद पाने की क्षमता की चुनौतियों के कारण इस कैटेगरी में बिक्री में गिरावट आई है।
सबसे अधिक बिक्री मुंबई में
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर को छोड़कर सभी बड़े शहरों में घरों की बिक्री बढ़ी है, जहां बिक्री में साल-दर-साल 7 प्रतिशत की गिरावट आई है। सबसे अधिक बिक्री मुंबई में 24,222 यूनिट्स पर दर्ज की गई, जो बाजार के लिए एक नया उच्च स्तर है। मुंबई में बिक्री में साल-दर-साल 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। बड़े शहरों में, बिक्री में सबसे अधिक तेजी बेंगलुरु में देखी गई, जो 14,604 यूनिट्स के साथ 11 प्रतिशत सालाना थी। इसी तरह, पुणे में आवास की बिक्री 1 प्रतिशत बढ़कर 13,200 यूनिट हो गई, जबकि हैदराबाद में मांग 9 प्रतिशत बढ़कर 9,114 यूनिट हो गई।
दिल्ली-एनसीआर में 7 प्रतिशत घटी
अहमदाबाद में बिक्री में 11 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो 4,578 यूनिट्स हो गई, जबकि कोलकाता में बिक्री में 14 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो 4,309 यूनिट्स हो गई। चेन्नई में घरों की बिक्री 6 प्रतिशत बढ़कर 4,105 यूनिट्स हो गई। हालांकि, जुलाई-सितंबर के दौरान दिल्ली-एनसीआर में आवासीय संपत्तियों की बिक्री एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 7 प्रतिशत घटकर 12,976 यूनिट्स रह गई।
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