RBI Policy: अगस्त का महीना शुरू होते ही होम लोन लेने वालों के दिलों की धड़कनें तेज होने लगी हैं। बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक शुरू हो गई है। 5 अगस्त को केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास नीतिगत फैसलों की घोषणा करेंगे।
पिछली दो बार से रिजर्व बैंक रेपो रेट में 90 बेसिस पॉइंट की बढ़ोत्तरी कर चुका है। महंगाई और रुपये के गिरते स्तर को देखते हुए इस बार भी 35 से 40 बेसिस पॉइंट की बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद जताई जा रही है।
कितना बढ़ सकता है रेपो रेट
जानकारों के मुताबिक ब्याज दरों में 0.35 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी तय मानी जा रही है। वहीं कुछ एक्सपर्ट्स 0.25 से 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है। महंगाई दर लगातार कई महीनों से केंद्रीय बैंक के तय लक्ष्य से ऊपर है। ऐसे में अगस्त में आपके होम और कार लोन की महंगाई भी एक बार फिर उफान मार सकती है।
2 बार में 90 बेसिस पॉइंट की बढ़ोत्तरी
रिजर्व बैंक ने पिछली बैठक में भी महंगाई पर चिंता व्यक्त की थी। देश में खुदरा महंगाई दर अभी भी 7 फीसदी से अधिक है। अगर केंद्रीय बैंक रेपो रेट में इजाफा करता है, तो बैंक लोन पर लगने वाले ब्याज दर में बढ़ोतरी कर सकते हैं। रिजर्व बैंक ने मई में 0.40 फीसदी और जून में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. लगातार बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट 4.90 फीसदी हो गया है।
बेकाबू महंगाई का डर
देश में महंगाई की दर रिजर्व बैंक की तय सीमा 6 प्रतिशत से लगातार अधिक बनी हुुई है। जून में महंगाई की दर 7.01 प्रतिशत थी। यह मई के आंकड़े से कम है लेकिन अभी भी यह तय सीमा से अधिक ही है। मई में खुदरा महंगाई 7.04 फीसदी थी। जबकि इससे पहले अप्रैल में यह 7.79 फीसदी दर्ज थी। खाद्य महंगाई दर जून में 7.75 फीसदी रही थी, जो मई महीने में 7.97 फीसदी दर्ज की गई थी।
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