Hindustan Zinc 17000 करोड़ रुपये का करेगी निवेश, प्रोडक्शन कैपेसिटी दोगुना करने का है टार्गेट
कंपनी 2025 में 12 लाख टन की उत्पादन क्षमता का लक्ष्य लेकर चल रही है। 2026 में 13.5 लाख और 2027 में 18 लाख टन की उत्पादन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य है।
वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक की अगले कुछ साल में अपनी उत्पादन क्षमता को दोगुना कर 20 लाख टन करने की योजना है। इसके लिए कंपनी दो अरब डॉलर या करीब 17,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अरुण मिश्रा ने यह जानकारी दी। मिश्रा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कंपनी ने अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए पहले ही सलाहकारों को नियुक्त कर लिया है और अब वह खनन भागीदारों की तलाश कर रही है। मिश्रा ने बताया, ‘‘हमारे पास अपनी उत्पादन क्षमता को 20 लाख टन करने की योजना है। इसलिए मुझे यकीन है कि इस तिमाही के अंत तक हम परियोजना की घोषणा करने पाएंगे। यह तय किया जाएगा कि किस परियोजना में कहां, कितना उत्पादन बढ़ाया जाएगा।’’
12 लाख टन की उत्पादन क्षमता का है टार्गेट
मिश्रा ने कहा कि कंपनी 2025 में 12 लाख टन की उत्पादन क्षमता का लक्ष्य लेकर चल रही है। 2026 में 13.5 लाख और 2027 में 18 लाख टन की उत्पादन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इसके बाद किसी समय हम 20 लाख टन पर पहुंच जाएंगे। उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कंपनी द्वारा किए जाने वाले निवेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि अधिकांश माइनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है, इसलिए यह 1.95 से दो अरब डॉलर के बीच होगा। हमें इसके लिए मोटे तौर पर लगभग 14,000 करोड़ रुपये से 17,000 करोड़ रुपये तक की आवश्यकता होगी।
हिंदुस्तान जिंक के विनिवेश पर भी काम कर रही सरकार
कंपनी की पुनर्गठन योजनाओं पर उन्होंने कहा कि चर्चा चल रही है और हितधारक नियमित रूप से बात कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि चूंकि सरकार हिंदुस्तान जिंक के विनिवेश पर भी काम कर रही है, इसलिए हमारी उसपर भी निर्भरता है। हिंदुस्तान जिंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक कंपनी है। कंपनी 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है और भारत में प्राथमिक जस्ता बाजार में लगभग 75 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी रखती है। कंपनी ने शुक्रवार को अपने सितंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा की थी। तिमाही के दौरान कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 34.5 प्रतिशत बढ़कर 2,327 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी ने एक साल पहले इसी तिमाही में 1,729 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। जुलाई-सितंबर की अवधि में कंपनी की आमदनी पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के 7,014 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,522 करोड़ रुपये हो गई।