Heathrow Airport: जानिए क्यों कैंसिल हो रही हैं भारत-लंदन की उड़ानें, संकट में फंसे सैकड़ों यात्री
हीथ्रो हवाईअड्डे ने कर्मचारियों की कमी से निपटने के लिए 12 जुलाई से 11 सितंबर तक हवाईअड्डे पर यात्रियों की संख्या प्रतिदिन एक लाख तक सीमित रखने का फैसला किया है।
Heathrow Airport: ब्रिटेन के व्यस्त हवाईअड्डे हीथ्रो पर प्रतिदिन एक लाख यात्रियों की संख्या सीमित करने के फैसले के बाद वर्जिन अटलांटिक एयरलाइन ने बृहस्पतिवार को अपनी दिल्ली-लंदन उड़ान रद्द कर दी। विमानन उद्योग के एक सूत्र ने कहा कि भारत-लंदन उड़ानें संचालित करने वाली अन्य एयरलाइंस भी ऐसा कदम उठा सकती हैं। हीथ्रो हवाईअड्डे ने कर्मचारियों की कमी से निपटने के लिए 12 जुलाई से 11 सितंबर तक हवाईअड्डे पर यात्रियों की संख्या प्रतिदिन एक लाख तक सीमित रखने का फैसला किया है।
भारत और हीथ्रो हवाईअड्डे के बीच एक सप्ताह में 102 सीधी उड़ानें संचालित होती हैं। इनमें ब्रिटिश एयरवेज की 41, वर्जिन अटलांटिक की 21, एयर इंडिया की 33 और विस्तार की सात उड़ानें शामिल हैं। लंदन का हीथ्रो हवाईअड्डा दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है।
वर्जिन अटलांटिक ने एक बयान में कहा, ‘‘हीथ्रो हवाईअड्डे द्वारा 14 जुलाई को सभी एयरलाइंस पर अनिवार्य उड़ान क्षमता प्रतिबंध लागू किए जाने के कारण हमें खेद के साथ बृहस्पतिवार को अपनी लंदन हीथ्रो-न्यूयॉर्क (जेएफके) वापसी सेवाओं में से एक को, जो उड़ान संख्या वीएस45 और वीएस4 के रूप में संचालित हो रही थी, और सुबह दिल्ली के लिए प्रस्थान उड़ान संख्या वीएस302 को रद्द करना पड़ा।’’
एयरलाइन ने कहा कि वह इश फैसले से प्रभावित ग्राहकों से संपर्क कर रही है और उन्हें बाद की तारीख में फिर से बुकिंग करने या धनवापसी का विकल्प दिया जाएगा। ब्रिटिश एयरवेज ने एक बयान में कहा, ‘‘यह हमारे ग्राहकों के लिए अविश्वसनीय रूप से निराशाजनक खबर है। ऐसे वक्त में जब हमने अपने ग्रीष्मकालीन कार्यक्रम को पहले ही छोटा कर दिया है। व्यवधान को कम करने के लिए स्लॉट को घटाने से यात्रियों के लिए निश्चितता और हवाई अड्डों को उनके संसाधनों का प्रबंधन करने में मदद मिलेगी।’’
हालांकि ब्रिटिश एयरवेज ने कहा कि फिलहाल भारत-लंदन के बीच उड़ानें सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं। विमानन उद्योग के सूत्रों ने बताया कि हीथ्रो हवाईअड्डा प्रबंधन के फैसले को देखते हुए एयर इंडिया भी अपनी कुछ उड़ानों को रद्द कर सकती है या उनका समय बदल सकती है। हालांकि इस संबंध में पीटीआई के सवाल पर एंयर इंडिया ने खबर लिखे जाने तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।