नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कोरोना फंड के तहत 5000 रुपए दिए जा रहे हैं? आजकल सोशल मीडिया पर सरकार की योजनाओं को लेकर कई तरह के भ्रामक मैसेज बिना जानकारी के साझा किए जा रहे हैं। अगर आपके पास भी इस तरह का कोई मैसेज आया हो तो किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले ये खबर आप जरूर पढ़ लें। दरअसल, कोरोना काल में सोशल मीडिया पर ऑनलाइन फ्रॉ के मामले तेजी से बढ़े हैं।
वायरल मैसेजे में किया जा रहा है ये दावा
आपको बता दें कि, एक मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार के हेल्थ मंत्रालय द्वारा कोरोना फंड के तहत ₹5000 की धनराशि प्रदान की जा रही है। मैसेज में कहा जा रहा है कि भारत सरकार द्वारा 5000 रुपए मिल रहा है, जल्दी लाभ लें अभी फॉर्म भरें। अभी फॉर्म भरें और 5000 रुपए लें हेल्थ मंत्रालय द्वारा कोरोना फंड से मुझे भी मिला है अगर आप भी 5 हजार रुपए लेना चाहते हैं तो नीचे लिंक पे क्लिक कर अभी फॉर्म भरें।
जानिए क्या है सच्चाई
सोशल मीडिया पर वायरल इस मैसेज को लेकर सरकार के लिए तथ्यों और भ्रामक संदेशों की जांच करने वाली इकाई प्रेस इन्फॉरमेशन ब्यूरो ने इसको लेकर जानकारी साझा की है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने ट्वीट कर वायरल मैसेज का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए ट्वीट कर बताया कि 'एक फर्जी मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार के हेल्थ मंत्रालय द्वारा कोरोना फंड के तहत ₹5000 की धनराशि प्रदान की जा रही है।#PIBFactcheck- ऐसे फर्जी संदेशों को फॉरवर्ड न करें। इस तरह की संदिग्ध वेबसाइट पर अपनी किसी भी तरह की निजी जानकारी साझा न करें।' पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्वीट में ये भी कहा कि- केंद्र सरकार द्वारा कोरोना फंड के तहत 5000 रुपए नहीं दिए जा रहे हैं।
ऑनलाइन धोखाधड़ी की करें शियायत
आपको बता दें कि, सोशल मीडिया पर वायारल ऐसे किसी भी मैसेज के लिंक पर क्लिक करने से आप बैंक धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं। साइबर सिक्योरिटी के जानकारों का मानना है कि ऐसे लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए और भूलकर भी क्लिक करके अपनी कोई भी जानकारी जैसे आधार कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट नबंर आदि साझा नहीं करना चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ऑनलाइन फ्रॉड या साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज कराने के लिए एक नेशनल हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी किया है। अगर आप ऐसे किसी हादसे या अपराध के शिकार होते हैं तो इस नंबर तुरंत कॉल करें।
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