बाइक प्रमियों के लिए हार्ले-डेविडसन चलाना एक सपने पूरे होने से कम नहीं होता है। लेकिन जब चलाने वाला ही जन्म से अपंग हो तो उसके सपने कैसे पूरे किए जाए? लेकिन, कहा गया है कि अगर कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। इसी वाक्या को पूरा कर दिखाया है हीरो मोटोकाॅर्प के चेयरमैन पवन मुंजाल ने। दरअसल, हीरो मोटोकॉर्प की डिप्टी मैनेजर चित्रा जुत्शी जो जन्म से ही पैराप्लेजिक (पैरों और शरीर निचले हिस्से पैरालिसिस से ग्रसित) थी को हार्ले बाइक चालाने का सपना था। उन्होंने अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए हीरो मोटोकाॅर्प की ओर से आयोजित वेस्ट जाॅब कम्पटीशन में भाग लिया और सफल रही। उन्हें हीरो मोटोकाॅर्प में हार्ले-डेविडसन बिजनेस यूनिट के लिए ब्रांड मैनेजर बनाया गया। आपको बता दें कि हीरो मोटोकॉर्प और अमेरिका की मशहूर टू-व्हीलर निर्माता हार्ले-डेविडसन, दोनों मिलकर भारत में बाइक बना रही है। दोनों कंपनी जल्द ही एक सस्ती बाइक भारत में लाॅन्च करने वाली है।
चित्रा के सपने पूरा करना काफी मुश्किल था
चित्रा को हार्ले-डेविडसन बिजनेस यूनिट के लिए ब्रांड मैनेजर बनाने के बाद हीरो के लिए उनका सपना पूरा करना बहुत ही मुश्किल था। हालांकि, हीरो के टीम ने हार नहीं मानी और वो कर दिखाया, जिसे किसी को भी यकीन नहीं था। हीरो मोटोकॉर्प की टीम, निर्माण, सहयोग और प्रेरणा के अपने मिशन को ध्यान में रखते हुए चित्रा को अपने सपने को साकार करने में सक्षम बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया। इसमें राजपुताना कस्टम्स ने टीम को हार्ले-डेविडसन रोड किंग को अनुकूलित करने में मदद की। इसके लिए बाइक के पीछे दो सहायक पहियों को माउंट किया गया, जिससे चित्रा के सपने पूरे करना संभव हुआ।
हम सभी के लिए एक प्रेरणा
जयपुर, राजस्थान में हीरो के ग्लोबल सेंटर फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी (CIT) में एक कार्यक्रम में हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन डाॅ. पवन मुंजाल ने चित्रा को तीन पहीये वाला हार्ले.डेविडसन रोड किंग पेश किया और कहा कि चित्रा ‘हम सभी के लिए एक प्रेरणा‘ है। उन्होंने वादा किया कि वह एक दिन चित्रा के साथ पिछली सिट पर बैठकर बाइक का मजा लेंगे।
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