H-1B Visa को लेकर आई बड़ी खबर, अब IT फील्ड में आएगी क्रांति
H-1B Visa: पीएम मोदी का अमेरिका दौरा उन हजारों भारतीयों के लिए एक बार फिर खुशी का कारण बन गया है जो अभी तक H-1B Visa को लेकर इंतजार में बैठे थे।
H1B Visa News: H-1B Visa को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। अभी हाल ही में जब पीएम मोदी अमेरिका के राजकीय दौरे पर जाने वाले थे, तभी यूएस ने सिग्नल दे दिया था कि वह भारत के हित में बड़ा कदम उठाने सकता है। अब पता चल रहा है कि एच-1बी वीजा का रिन्यूअल भारत में ही शुरू करने की अमेरिका ने घोषणा की है। इससे भारत के आईटी पेशेवरों को आवाजाही में मदद मिलेगी और सेवाओं के निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा। सर्विस एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (SEPC) ने बुधवार को कहा कि ए-1बी वीजा के रिन्यूअल संबंधी इस कदम से घरेलू आईटी पेशेवरों को अमेरिका जाकर अपने ग्राहकों से सामने से संपर्क करने में भी आसानी होगी।
हाल ही में पीएम मोदी ने किया था दौरा
एसईपीसी के चेयरमैन सुनील एच तलाटी ने कहा कि जब भारतीय आईटी पेशेवर विदेश में मौजूद ग्राहक स्थलों तक जल्द पहुंच सकते हैं तो वे ग्राहकों की जरूरतों को बेहतर ढंग से समझने के साथ उनसे मजबूत रिश्ते बनाकर सही समाधान भी दे सकते हैं। सीधे जुड़ाव से ग्राहकों की संतुष्टि बढ़ती है और वे भारतीय कंपनियों के साथ दोबारा कारोबार करना चाहते हैं। इस तरह आईटी क्षेत्र का निर्यात बढ़ता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हालिया यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश विभाग ने एच-1बी वीजा का रिन्यूअल भारत में ही शुरू करने की घोषणा की है। तलाटी ने कहा कि भारत के आईटी निर्यात के लिए अमेरिका के प्रमुख बाजार होने से इस घोषणा का भारत से आईटी सेवा निर्यात पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
दिखेगी आईटी फील्ड में ग्रोथ
उन्होंने कहा कि आईटी निर्यात वृद्धि का पिछला अनुमान आठ से 12 प्रतिशत का था लेकिन इस कदम से आईटी निर्यात की वृद्धि 13-15 प्रतिशत तक रह सकती है। एच-1बी वीजा के तहत अमेरिकी कंपनियां विदेशी श्रमिकों को खास तरह के व्यवसायों में काम करने के लिए अपने यहां बुलाती हैं। यह वीजा एक बार में तीन साल के लिए जारी किया जाता है। हालांकि इसके नवीनीकरण के लिए विदेशी कामगार को अमेरिकी वाणिज्य दूतावास जाना होता है। यह उनके लिए एक बड़ी असुविधा होती है क्योंकि वीजा के लिए 800 दिन या उससे भी अधिक समय तक इंतजार करना पड़ जाता है।