ऑनलाइन गेमिंग का बिगड़ेगा 'खेल' या मिलेगी राहत? आज GST काउंसिल की बैठक में हो सकता है बड़ा फैसला
जीएसटी की पिछली बैठक में आए फैसले के बाद देश की बड़ी ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों ने इसका विरोध किया था। कई बड़ी कंपनियों के शेयर भी बाजार में डगमगा गए थे।
अगर आप भी ऑनलाइन गेमिंग के शौकीन हैं तो आ आपको जीएसटी काउंसिल की बैठक पर नजर रखनी चाहिए। यहां से आपके लिए बड़ी खबर निकल कर आ सकती है। दरअसल गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी GST काउंसिल की बैठक में आज चल रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में सभी राज्यों के वित्त मंत्री शामिल होंगे। जुलाई में हुई पिछली बैठक में, GST काउंसिल ने ऑनलाइन गेमिंग, कैसीनो और होर्स रेस पर एक समान 28% टैक्स लगाने का फैसला लिया था। आज की बैठक में इस फैसले के क्रियान्वयन पर चर्चा होनी है।
बता दें कि जीएसटी की पिछली बैठक में आए फैसले के बाद देश की बड़ी ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों ने इसका विरोध किया था। कई बड़ी कंपनियों के शेयर भी बाजार में डगमगा गए थे। इसके बाद कंपनियों के सीईओ ने सरकार से इस फैसले पर फिर से विचार करने और इसको कैंसल करने का अनुरोध किया था। कंपनियों के मुताबिक सरकार के इस फैसले से तेजी से उभरते गेमिंग सेगमेंट के स्टार्टअप के सामने मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। इसलिए अब आज GST काउंसिल ऑनलाइन गेमिंग, कैसीनो और होर्स रेस पर 28% GST काउंसिल लगाने के प्रस्ताव पर चर्चा करेगा और अंतिम फैसला लेगा।
तय हुआ था 28% टैक्स
GST काउंसिल की 50वीं बैठक में पिछले महीने ऑनलाइन गेमिंग, हॉर्स रेसिंग और कसीनो पर 28% टैक्स लगाने का फैसला किया गया था। इन पर अब तक 18% टैक्स लगता था। सरकार ने गेम ऑफ स्किल और गेम ऑफ चांस को एक जैसा माना। वहीं कैंसर की दवा डिनुटूक्सिमैब के इम्पोर्ट पर लगने वाले GST को भी हटाने की मंजूरी दी थी।
देश में 1.65 लाख करोड़ रुपए का GST कलेक्शन
जुलाई में जीएसटी संग्रहण के आंकड़े भी सामने आ गए हैं। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) से सरकार ने जुलाई 2023 में 1,65,105 करोड़ रुपए जुटाए हैं। इसमें सालाना आधार पर 11% की ग्रोथ हुई है। जुलाई 2022 ये 1,48,995 करोड़ रुपए रहा था। जुलाई में लगातार पांचवीं बार ऐसा है कि रेवेन्यू कलेक्शन 1.6 लाख करोड़ से ऊपर गया है। इससे पहले जून में ये 1,61,497 करोड़ रुपए रहा था। हालांकि अब तक सबसे ज्यादा GST कलेक्शन अप्रैल 2023 में था, जब ये आंकड़ा 1.87 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया था। इसके अलावा लगातार 17 महीने से देश का GST कलेक्शन 1.4 लाख करोड़ रुपए से ऊपर बना हुआ है।