ऑनलाइन किराना डिलीवरी के बाजार में तेज होती टक्कर के बीच अब कंपनियां भी कमर कस कर तैयार हैं। इस क्षेत्र की लोकप्रिय कंपनी ग्रोफर्स ने अपना नाम बदलकर ब्लिंकिट (blinkit) कर लिया है। जोमैटो और सॉफ्टबैंक द्वारा वित्तपोषित इस कंपनी ने कुछ महीने पहले 10 मिनट की डिलीवरी के वादे के साथ अपनी फास्ट डिलिवरी सर्विस शुरू की थी।
ब्लिंकिट ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, "कुछ महीने पहले, हमने अपने ग्राहकों को अपने दैनिक जीवन में आवश्यक अधिकांश सामानों की 10 मिनट में डिलीवरी के साथ वाणिज्य के भविष्य का निर्माण करने के लिए एक यात्रा शुरू की। हमने ग्रोफर्स के रूप में बहुत कुछ सीखा, और हमारी सभी सीख, हमारी टीम, और हमारे बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल चौंकाने वाली रफ्तार से बढ़ते उत्पाद-बाजार में त्वरित वाणिज्य के लिए किया जा रहा है।"
पहले ही सप्ताह 10 लाख ऑर्डर
ब्लॉगपोस्ट के अनुसार कंपनी अपनी सेवा के तहत भारत के 12 शहरों में पहले से ही एक सप्ताह में 10 लाख से अधिक ऑर्डर को पूरा कर रही है। फिलहाल ग्रोफर्स को हर महीने 30 लाख के आसपास ऑर्डर मिलते हैं। पिछले दो महीने में ऑर्डर में 3.5 गुना की बढ़ोतरी हुई है।
ग्रोफर्स बनी यूनीकॉर्न
ग्रोफर्स को अभी हाल में यूनिकॉर्न कंपनी का स्टेटस मिला है और यह कंपनी 1 बिलियन डॉलर की वैल्यू वाली कंपनी बन गई है। जोमैटो से ग्रोफर्स को 120 मिलियन डॉलर का निवेश मिलने के बाद इसका नाम यूनिकॉर्न कंपनियों में दर्ज हो गया।
Latest Business News