भारत में पेट्रोल डीजल की कीमतें करीब 10 महीने से स्थिर है। इस बीच सरकार ने डीजल पर टैक्स कटौती की घोषणा कर दी है। सरकार ने यह टैक्स कटौती डीजल के निर्यात पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स में की है। इसके अलावा एटीएफ के निर्यात पर विंडफॉल टैक्स को भी घटाया गया है। इसके साथ ही घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर भी उपकर को कम कर दिया गया है। बता दें कि यह कटौती निर्यात होने वाले डीजल पर मिला है, ऐसे में इसका फायदा भारत में ग्राहकों को नहीं मिलेगा।
डीजल पर घटा विंडफॉल टैक्स
सरकार ने डीजल के निर्यात पर अप्रत्याशित लाभ कर को भी 7.5 रुपये से घटाकर 2.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। इसी तरह एटीएफ के निर्यात पर कर को छह रुपये प्रति लीटर से घटाकर 1.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। कर की नयी दरें 16 फरवरी से लागू हो गई हैं। इस महीने की शुरुआत में प्रभावी उपकर में बढ़ोतरी हुई थी।
कच्चे तेल पर भी घटा टैक्स
आधिकारिक आदेश के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी के चलते यह कटौती की गई। यह आदेश 15 फरवरी को जारी किया गया। आदेश के मुताबिक तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) जैसी कंपनियों द्वारा घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर उपकर को 5,050 रुपये प्रति टन से घटाकर 4,350 रुपये प्रति टन कर दिया गया है।
पिछले साल जुलाई में लगा था टैक्स
पिछले साल जुलाई में यह कर लागू किए जाने के बाद से डीजल पर निर्यात शुल्क सबसे कम है। विमान ईंधन (एटीएफ) के निर्यात पर दर दिसंबर की दूसरी छमाही के बराबर है। कच्चे तेल की औसत कीमत के आधार पर अप्रत्याशित लाभ कर की हर पखवाड़े समीक्षा की जाती है।
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