सरकारी स्वामित्व वाली ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) ने सोमवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 15 प्रतिशत घट गया। कंपनी ने बताया कि अधिक अन्वेषण लागत को बट्टे खाते में डालने की वजह से उसके मुनाफे में गिरावट आई है। ओएनजीसी ने शेयर बाजार को बताया कि चालू वित्त वर्ष (2024-25) की अप्रैल-जून तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 8,938.10 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह आंकड़ा 10,526.78 करोड़ रुपये था। मुनाफा इससे पिछली तिमाही जनवरी-मार्च के 9,869.37 करोड़ रुपये की तुलना में भी कम रहा।
1,669.73 करोड़ रुपये को बट्टे खाते में डाले
ओएनजीसी ने तेल एवं गैस खोज के लिए सर्वेक्षण और कुओं की खुदाई में खर्च हुए 1,669.73 करोड़ रुपये को बट्टे खाते में डाल दिया, क्योंकि ये प्रयास असफल रहे। इसकी तुलना में अप्रैल-जून 2023 में यह आंकड़ा 1,015.81 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन तिमाही में परिचालन आय एक साल पहले के 33,814.33 करोड़ रुपये से बढ़कर 35,266.38 करोड़ रुपये हो गई। बट्टे खाते में अधिक राशि डालने से कंपनी को तेल की कीमतों में वृद्धि से होने वाले लाभ पर असर पड़ा। जून तिमाही में ओएनजीसी को कच्चे तेल के उत्पादन पर 80.64 डॉलर प्रति बैरल मिले, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह राशि 70.64 डॉलर प्रति बैरल थी।
पांच तेल और गैस ठिकानों की खोज की
कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसका तेल उत्पादन 46.29 लाख टन पर लगभग स्थिर रहा। हालांकि, प्राकृतिक गैस का उत्पादन 3.6 प्रतिशत घटकर 4.86 अरब घन मीटर रह गया। ओएनजीसी ने कहा कि उसने चालू वित्त वर्ष में अब तक कुल पांच तेल और गैस ठिकानों की खोज की हैं, हालांकि कंपनी ने न तो भंडार अनुमान दिया और न ही संभावित उत्पादन के बारे में बताया।
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