Google ऑफिस में अब कैसे होगी 'तेल मालिश'! छंटनी में गई इनकी भी नौकरी
गूगल में 12000 लोगों की नौकरी गई है, लेकिन जो बच भी गए हैं उनके लिए अब दफ्तर में मिलने वाली सुविधाएं कम की गई हैं। कंपनी ने 31 मसाज थेरेपिस्ट को निकाल दिया है। ऐसे में गूगल कर्मचरियों को अब मसाज सुविधा नहीं मिलेगी।
सिलिकॉन वैली में छंटनी की सुनामी में सिर्फ आईटी इंजीनियर्स ही तबाह नहीं हो रहे हैं वहीं इसका असर अन्य सहायक कर्मचारियों पर भी पड़ रहा है। ग्लोबल आईटी कंपनी गूगल की पैरेंट अल्फाबेट ने हाल ही में 12000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इसमें कंपनी के दफ्तरों में कर्मचारियों को मसाज सर्विस देने वाले थेरेपिस्ट भी शामिल हैं। ऐसे में जो कर्मचारी जो इस तूफान में बच गए हैंं,उन्हें भी पहले की तरह मसाज सर्विस नहीं मिलेेंगी।
बता दें कि अमेरिका की सिलिकॉन वैली की दिग्गज आईटी कंपनियों में नौकरी जाने का सिलसिला लगातार तेज हो रहा है। छोटी स्टार्टअप कंपनियां जब नौकरियां छीन रही थीं, तब शायद ज्यादा चर्चा नहीं हुई हो। लेकिन जब छंटनी की लिस्ट में गूगल के कर्मचारी भी शामिल हों तो समस्या वाकई में बड़ी है। आज ही इस सूची में एसएपी का नाम भी जुड़ा है, जिसने अपने 3000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
कितने मसाज थेरिपिस्ट की हुई छंटनी
गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट ने 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। इस लिस्ट में 31 मसाज थेरेपिस्ट भी शामिल हैं। Google की पैरेंट अल्फाबेट से हटाए गए कर्मचारियों में 31 मसाज थेरेपिस्ट में से 27 माउंटेन व्यू में Google के दफ्तर से थे। इसके अलावा सैन ब्रूनो, इरविन और लॉस एंजिल्स में दफ्तरों से भी थेरेपिस्ट हटाए गए हैं।
गूगल के दफ्तर में मिलती हैं ये सुविधाएं
गूगल में काम करना अभी तक किसी भी आईटी इंजीनियर के लिए जन्नत के समान माना जाता रहा है। मोटी सैलरी के साथ ही काम करने के लिए बेहतर माहौल के रूप में गूगल की काफी पहचान रही है। गूगल के कर्मचारियों को मसाज की सुविधा तो मिलती है साथ ही उन्हें फिटनेस सेंटर और एर्गोनोमिक सपोर्ट जैसी फिजिकल रिलेक्सेशन जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं।
हर दिन 3000 की छंटनी
अमेरिका की सिलिकॉन वैली में इस साला जनवरी में हर दिन 3,000 कर्मचारियों की नौकरी गई है। Layoffs.fyi वेबसाइट के अनुसार 2022 में जितने कर्मचारियों की नौकरी गई थी, उसके एक तिहाई कर्मचारी सिर्फ जनवरी में निकाले जा चुके हैं। नौकरी छीनने वालों में सबसे आगे अमेज़न है जिसने 18000 लोगों को नौकरी से निकाला है, वहीं माइक्रोसॉफ्ट ने अपने 10 हजार कर्मचारियों को निकाल दिया है। गूगल के 12000 के अलावा पिछले साल मेटा और ट्विटर भी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुके हैं।