त्योहारी सीजन में केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने 6 रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में इजाफा कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 110 रुपये से बढ़कर 2125 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। जौ का एमएसपी 100 रुपये से बढ़कर 1735 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। चने का MSP 105 रुपये से बढ़कर 5335 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। मसूर का MSP 500 रुपये से बढ़कर 6000 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। सरसो का MSP 400 रुपये से बढ़कर 5450 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। वहीं, कुसुम का MSP 209 रुपये से बढ़कर 5650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। एक बयान में कहा गया कि किसानों के उत्पादन और आय को बढ़ावा देने के लिए यह फैसला किया गया।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल की समिति (सीसीईए) की बैठक में एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया गया। एमएसपी वह दर है, जिस पर सरकार किसानों से कृषि उपज खरीदती है। इस समय सरकार खरीफ और रबी, दोनों सत्रों में उगाई जाने वाली 23 फसलों के लिए एमएसपी तय करती है। रबी (सर्दियों) फसलों की बुवाई, खरीफ (गर्मी) फसलों की कटाई के बाद अक्टूबर में शुरू होती है। गेहूं और सरसों रबी की प्रमुख फसलें हैं।
गेहूं की लागत 1,065 रुपये रहने का अनुमान
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार सीसीईए ने फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) और विपणन सत्र 2023-24 में छह रबी फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि को मंजूरी दी है। फसल वर्ष 2022-23 के लिए गेहूं का एमएसपी 110 रुपये बढ़ाकर 2,125 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो फसल वर्ष 2021-22 में 2,015 रुपये प्रति क्विंटल था। बयान में कहा गया है कि गेहूं की उत्पादन लागत 1,065 रुपये प्रति क्विंटल रहने का अनुमान है।
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