Good News: नोएडा के बाद New Noida बसाने की तैयारी शुरू, अथाॅरिटी ने इतने सौ करोड़ रुपये का आवंटन किया
नोएडा, बुलंदशहर और दादरी के 86 गांवों की जमीन पर दिल्ली, नोएडा व गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) बसाने की तैयारी है।
नोएडा पर बोझ कम करने के लिए नोएडा अथाॅरिटी ने न्यू नोएडा बसाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम जल्द शुरू किया जाएगा। नोएडा अथाॅरिटी ने जमीन अधिग्रहण के लिए 1000 करोड़ रुपये आवंटित कर दिया है। जानकारों का कहना है कि प्राधिकरण के इस फैसले से नोएडा पर बोझ कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही तेजी से बढ़ रही प्राॅपर्टी की कीमत पर रोक लग पाएगी। न्यू नोएडा एरिया में लोग कम बजट में प्राॅपर्टी का सपना पूरा कर पाएंगे। इसके साथ ही नोएडा एक्सप्रेस-वे, यमुना एक्सप्रेस पर भी नए सेक्टर बसाए जाएंगे। इसके लिए भी आवंटन किया गया है।
जल्द अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी
नोएडा, बुलंदशहर और दादरी के 86 गांवों की जमीन पर दिल्ली, नोएडा व गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) बसाने की तैयारी है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया की जानी है। पहले चरण में नोएडा प्राधिकरण ने जमीन अधिग्रहण के 1000 करोड़ रुपए का बजट दिया है। इस बजट से बुनियादी सुविधाओं और इंडस्ट्री के लिए भूखंड का अधिग्रहण किया जाएगा। डीएनजीआईआर का मास्टर प्लान 2041 बनाया जा रहा है। ये मास्टर प्लान एसपीए कंपनी बना रही है। प्राधिकरण की जीएम प्लानिंग के मुताबिक आगामी बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान को अप्रूवल मिल जाएगा। इससे पहले अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
8500 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
पहले फेज में 3000 हेक्टेयर जमीन को विकसित किया जाएगा। इसको विकसित करने में 8500 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें बुनियादी सुविधाएं जैसे बिजली, पानी , सड़क, प्लाटिंग, पार्क, ग्रीन बेल्ट शामिल है। ये पहले फेज के कुल लैंड का करीब 60 प्रतिशत होगा। यानी 40 प्रतिशत हिस्से में इंडस्ट्री लगेंगी। पहले फेज में करीब 1300 इंडस्ट्री लगेंगी।डीएनजीआईआर 21 हजार हेक्टेयर (203 वर्ग किमी) क्षेत्र में बसाया जा रहा है। इसके लिए मास्टर प्लान 2041 बनाया जा रहा है। इसका 8811 हेक्टेयर एरिया औद्योगिक होगा। इसमें यूपीसीडा को 2 हजार 376 हेक्टेयर, इंडस्ट्रियल एरिया 6248 और मिक्स इंडस्ट्रियल एरिया 186 हेक्टेयर का होगा। इस प्रोजेक्ट को रोड, रेलवे और एक्सप्रेस वे जोड़ने का प्लान है, जिससे यहां निवेश बढ़े। इसमें फ्लैटड इंडस्ट्री की ऊंचाई 15 मीटर तक होगी। लाइट एंड सर्विस इंडस्ट्री की ऊंचाई करीब 12 मीटर और एक्स्टेंसिव इंडस्ट्री की ऊंचाई 9 मीटर होगी।