गर्मी की छुट्टियों का गो फर्स्ट और स्पाइसजेट बिगाड़ेगा मजा, हवाई टिकट में इस कारण लगेगी आग
डीजीसीए की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के मुताबिक, पट्टे पर विमान मुहैया कराने वाली कंपनियों ने गो फर्स्ट को दिए गए नौ अन्य विमानों की सूचीबद्धता खत्म करने का अनुरोध किया है।
गर्मी की छुट्टियां शुरू होने वाली है। इस समय अधिकांश लोग अपने बच्चे और परिवार के साथ कहीं न कहीं घूमने का प्लान करते हैं। हालांकि, इसी बीच दो प्रमुख एयरलाइंस गो फर्स्ट और स्पाइसजेट का संकट मजा किरकिरा कर सकता है। दरअसल, वित्तीय संकट में घिरी एयरलाइन गो फर्स्ट को पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों ने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से नौ अन्य विमानों का पंजीकरण खत्म करने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही अबतक कुल 45 विमानों का पंजीकरण खत्म करने और उन्हें वापस लेने की मांग डीजीसीए के पास पिछले एक हफ्ते में आ चुकी है। इसके साथ ही किफायती एयरलाइन स्पाइसजेट को पट्टे पर विमान मुहैया कराने वाली कंपनियों ने तीन विमानों का पंजीकरण खत्म करने का अनुरोध विमानन नियामक डीजीसीए से किया है। एविएशन एक्सपर्ट का कहना है कि इससे न सिर्फ हवाई टिकट के दाम में आग लगेगी बल्कि प्रमुख मार्गों पर टिकट मिलना भी मुश्किल हो सकता है। कई जानकारों का मानना है कि हवाई टिकट में 50% से लेकर 70 फीसदी की बढ़ोतरी पीक टाइम में देखने को मिल सकती है।
गो फर्स्ट ने 2 मई को कंपनी ने परिचालन बंद किया था
डीजीसीए की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के मुताबिक, पट्टे पर विमान मुहैया कराने वाली कंपनियों ने गो फर्स्ट को दिए गए नौ अन्य विमानों की सूचीबद्धता खत्म करने का अनुरोध किया है। गत दो मई को विमान परिचालन बंद करने की घोषणा करते समय गो फर्स्ट के बेड़े में कुल 55 विमान मौजूद थे। एयरलाइन ने इंजन की आपूर्ति नहीं होने से पैदा हुए वित्तीय संकट को जिम्मेदार बताते हुए अपनी उड़ानें 12 मई तक रोक दी हैं। इसके अलावा उसने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के समक्ष दिवाला समाधान प्रक्रिया की अर्जी भी लगाई है जिस पर बुधवार को फैसला आने की उम्मीद है।
स्पाइसजेट पर भी दिवाला प्रक्रिया शुरू करने की मांग
डीजीसीए की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के मुताबिक, स्पाइसजेट को किराये पर विमान देने वाली तीन कंपनियों- विल्मिंगटन ट्रस्ट एसपी सर्विसेज, साबरमती एविएशन लीजिंग और फाल्गू एविएशन लीजिंग ने अपने एक-एक विमान का पंजीकरण खत्म करने का अनुरोध किया है। इसके एक दिन पहले ही राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने एक विमान प्रदाता कंपनी की याचिका पर स्पाइसजेट को नोटिस भेजा है। इस याचिका में एयरलाइन के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू करने की मांग की गई है। ताजा घटनाक्रम के बारे में स्पाइसजेट ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि इन तीन में से दो विमान लंबे समय से खड़े हैं, लिहाजा उसके परिचालन पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। स्पाइसजेट के कई विमान किसी-न-किसी कारण से सेवा में नहीं हैं।
30 विमान सेवा में नहीं
एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम मामले के निपटारे के लिए चर्चा कर रहे हैं। हम आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के तहत उड़ान नहीं भर रहे अपने विमानों को दोबारा परिचालन में लाने की कोशिश में लगे हुए हैं।’’ विमानन गतिविधियों पर नजर रखने वाली एक वेबसाइट के मुताबिक, गत तीन मई को स्पाइसजेट के 37 विमान परिचालन में मौजूद थे जबकि 30 विमान सेवा में नहीं थे।