इस साल ₹30,000 करोड़ के हाउसिंग प्रोजेक्ट लाएगी Godrej Properties, 6 दिल्ली-NCR में
Godrej Properties : चालू वित्त वर्ष में दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा में छह परियोजनाएं शुरू करने की योजना बनाई जा रही है।
रियल एस्टेट कंपनी गोदरेज प्रॉपर्टीज (Godrej Properties) की योजना चालू वित्त वर्ष (2024-25) में प्रमुख शहरों में 30,000 करोड़ रुपये की आवासीय परियोजनाएं (Residential Projects) लाने की है। कंपनी के कार्यकारी चेयरपर्सन पिरोजशा गोदरेज ने कहा कि भारी मांग के बीच कंपनी का लक्ष्य बिक्री बुकिंग में 20 प्रतिशत वृद्धि पाने की है। पिरोजशा ने पीटीआई-भाषा से विशेष बातचीत में कहा, “हमने चालू वित्त वर्ष के लिए 27,000 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग का लक्ष्य दिया है, जो 2023-24 में उच्च आधार से 20 प्रतिशत की वृद्धि है।”
पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की बिक्री बुकिंग 84 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 22,527 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 12,232 करोड़ रुपये थी। यह पिछले वित्त वर्ष के लिए किसी भी सूचीबद्ध इकाई द्वारा दर्ज की गई अब तक की सबसे अधिक बिक्री है। पिरोजशा ने कहा कि हाउसिंग सेगमेंट में, खासकर प्रतिष्ठित ब्रांड्स में मांग मजबूत बनी रहेगी।
'शानदार रहा बीता वित्त वर्ष'
उन्होंने कहा, “यह (2023-24 वित्तीय वर्ष) कुल मिलाकर एक शानदार वर्ष था, चाहे आप नई परियोजना, बिक्री, ग्राहकों से संग्रह, व्यवसाय विकास, परियोजनाओं की आपूर्ति, नकदी प्रवाह और लाभ को देखें। कारोबार में जिस तरह की गति आ रही है, उसे देखकर हम वास्तव में उत्साहित हैं।” उन्हें उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में आवास की मांग बनी रहेगी। इस मांग को पूरा करने के लिए पिरोजशा ने कहा कि कंपनी ने दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद के बाजारों के लिए कई परियोजनाएं शुरू करने के लिए तैयार रखी हैं।
दिल्ली-NCR में 6 प्रोजेक्ट
उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा में छह परियोजनाएं शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। निवेशकों की प्रस्तुति के अनुसार, गोदरेज प्रॉपर्टीज ने चालू वित्त वर्ष में 30,000 करोड़ रुपये के अनुमानित बिक्री बुकिंग मूल्य के साथ 2.19 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्र में परियोजना पेश करने की योजना बनाई है। पिरोजशा ने कहा कि न केवल नई परियोजनाएं और बिक्री, बल्कि कंपनी भविष्य के विकास के लिए भूखंडों का अधिग्रहण भी जारी रखेगी और परियोजनाओं की आपूर्ति भी बढ़ाएगी।