गौतम अडानी ने दिये Uber के साथ भविष्य में पार्टनरशिप के संकेत, जानिए क्या कहा
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी और उबर के सीईओ दारा खोसरोशाही के बीच बातचीत हुई है। दोनों नेताओं ने भारत की ग्रोथ स्टोरी और उपमहाद्वीप के लिए उनके नजरिए पर चर्चा की है।
अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) ने शनिवार को उबर (Uber) के सीईओ दारा खोसरोशाही से मुलाकात की है। दारा खोसरोशाही इस समय भारत के दौरे पर हैं। इस मुलाकात में गौतम अडानी ने अपने ग्रुप और उबर के बीच भविष्य में सहयोग की संभावना के संकेत भी दिए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर दोनों व्यापारिक नेताओं ने भारत की ग्रोथ स्टोरी और उपमहाद्वीप के लिए उनके नजरिए पर चर्चा की। अडानी ने एक्स पर एक पोस्ट पर कहा, ''उबर के सीईओ दारा खोसरोशाही के साथ बेहद दिलचस्प बातचीत हुई।''
अडानी ने कहा, ''भारत में उबर के विस्तार के लिए खोसरोशाही का दृष्टिकोण वास्तव में प्रेरणादायक है, विशेष रूप से भारतीय ड्राइवरों और उनकी गरिमा बढ़ाने के लिए उनकी प्रतिबद्धता। दारा और उनकी टीम के साथ भविष्य में सहयोग के लिए उत्साहित हूं।''
उबर CEO ने बतायी 'शानदार बातचीत'
उबर के सीईओ ने कहा कि उन्होंने ''बेहद शानदार बातचीत'' के लिए नाश्ते पर अडानी समूह के प्रमुख से मुलाकात की। उन्होंने भारत में ईवी ट्रांसफॉर्मेशन में तेजी लाने के लिए अपनी कंपनी की प्रतिबद्धता का भी जिक्र किया। अडानी ने मुलाकात की तस्वीरें भी पोस्ट कीं, लेकिन दोनों ने यह नहीं बताया कि मुलाकात कहां हुई। तस्वीरों से ऐसा लग रहा है कि यह बैठक अहमदाबाद में अडानी समूह के मुख्यालय में हुई थी।
पार्टनरशिप करने को तत्पर
दारा ने अडानी की पोस्ट का जवाब देते हुए लिखा, ''स्वादिष्ट नाश्ते के साथ भारत की अभूतपूर्व ग्रोथ और बढ़ती उद्यमशीलता के बारे में गौतम अडानी के साथ एक बहुत ही शानदार बातचीत हुई। उबर साझा गतिशीलता को बढ़ाने और ईवीएस में बदलाव को तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपनी साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाने के लिए तत्पर है।'' उबर के सीईओ इस सप्ताह की शुरुआत में भारत पहुंचे थे।
भारत एक कठिन मार्केट
उबर एक कैब सर्विस कंपनी है, जो 70 से ज्यादा देशों में काम करती है। उबर ने भारतीय मार्केट को दुनियाभर के देशों के बीच सबसे कठिन मार्केट्स में से एक बताया है। खोसरोशाही ने कहा कि भारत में कारोबार करना दुनिया के चुनौतीपूर्ण बाजारों में से एक है। उन्होंने कहा कि भारत में ग्राहक न्यूनतम खर्च पर अधिकतम सेवाओं का फायदा उठाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि एक बार भारत में सक्सेस मिल गई, तो दुनिया के किसी भी देश में सफलता प्राप्त की जा सकती है।