G20 Summit 2023: भारत-अमेरिका कारोबारी रिश्ते को और मजबूत करेंगे, पीएम मोदी और बाइडेन के बीच इन मुद्दों पर बनी सहमति
दोनों नेताओं ने भारत में अपने रिसर्च और डेवलपमेंट का विस्तार करने के लिए लगभग 300 मिलियन डॉलर का निवेश करने के लिए माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी की घोषणा का उल्लेख किया।
दिल्ली के प्रगति मैदान में बने भारत मंडपम में G-20 बैठक की शुरुआत हो गई है। दुनियाभर से आए राष्ट्राध्यक्ष इस बैठक में भाग ले रहे हैं। इस बैठक में कई अहम फैसले पर सहमति बनने की उम्मीद है। इस बीच एक अच्छी खबर यह है कि भारत-अमेरिका कारोबारी रिश्ते को और मजबूत करेंगे। शुक्रवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय चर्चा के बाद भारत और अमेरिका द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में सेमीकंडक्टर (चिप) आपूर्ति श्रृंखला बनाने की दिशा में सहयोग करने पर सहमति बनी। इसके साथ ही भारत और अमेरिका ने सुरक्षित और भरोसेमंद दूरसंचार, बेहतर सप्लाई चेन और कारोबारियों के लिए सरकारी और जिनी सहयोग बढ़ाने पर दोनों देश सहमत हुए।
बड़े निवेश करने की घोषणा
इस संबंध में, दोनों नेताओं ने भारत में अपने रिसर्च और डेवलपमेंट का विस्तार करने के लिए लगभग 300 मिलियन डॉलर का निवेश करने के लिए माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी, इंक की बहु-वर्षीय पहल और अगले पांच वर्षों में भारत में 400 मिलियन डॉलर का निवेश करने के लिए एडवांस्ड माइक्रो डिवाइस की घोषणा का उल्लेख किया। इससे भारत में अनुसंधान, विकास और इंजीनियरिंग कार्यों काे विस्तार मिलेगा। नेताओं ने 29 अगस्त को कांग्रेस की अधिसूचना प्रक्रिया पूरी होने और भारत में जीई एफ-414 जेट इंजन बनाने के लिए जीई एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) के बीच एक वाणिज्यिक समझौते के लिए बातचीत शुरू होने का स्वागत किया, और सहयोगात्मक रूप से और तेजी से काम करने की सिफारिश की।
चंद्रयान-3 की सफलता के लिए बधाई
बाइडेन ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के साथ-साथ भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल 1 के सफल प्रक्षेपण पर मोदी और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई दी। अंतरिक्ष सहयोग के सभी क्षेत्रों में नई सीमाओं तक पहुंचने के लिए एक रास्ता तय करने के बाद नेताओं ने मौजूदा भारत-अमेरिका नागरिक अंतरिक्ष संयुक्त कार्य समूह के तहत वाणिज्यिक अंतरिक्ष सहयोग के लिए एक कार्य समूह की स्थापना के प्रयासों का स्वागत किया। नेताओं ने उनके बीच सातवें और आखिरी बकाया विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) विवाद के समाधान की सराहना की। यह जून में डब्ल्यूटीओ में छह बकाया द्विपक्षीय व्यापार विवादों के अभूतपूर्व समाधान के बाद हुआ है।
इन क्षेत्रों में भी बनी सहमति
नेताओं ने अमेरिकी कंपनियों, माइक्रोन, एलएएम रिसर्च और एप्लाइड मैटेरियल्स द्वारा जून 2023 में की गई घोषणाओं के चल रहे कार्यान्वयन पर संतोष जताया। उन्होंने ओपन आरएएन और 5जी/6जी प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में सहयोग पर ध्यान केंद्रित करते हुए दो संयुक्त कार्य बलों की स्थापना को भी स्वीकार किया। एक प्रमुख भारतीय दूरसंचार ऑपरेटर में 5जी ओपन आरएएन पायलट फील्ड तैनाती से पहले यूएस ओपन आरएए निर्माता द्वारा शुरू किया जाएगा। इससे संबंधित समझौते पर मोदी और बाइडेन की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए। दोनों नेताओं ने अपनी रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने में प्रौद्योगिकी की परिभाषित भूमिका की बात कही और आपसी विश्वास के आधार पर खुली, सुलभ, सुरक्षित और लचीली प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र और मूल्य श्रृंखला बनाने के लिए महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी (आईसीईटी) पर भारत-अमेरिका पहल के माध्यम से चल रहे प्रयासों की सराहना की।
इनपुट: आईएएनएस