अगर आप मिठाई की दुकान चलाते हैं तो आपके लिए यह खास खबर है। दिवाली के दौरान अगर आप मिलावट वाली मिठाई (adulteration in sweets) बनाएंगे और बेचते पाए जाएंगे तो आप पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) इस साल आम लोगों को मिलावट वाली मिठाई से बचाने और दुकानदारों को ऐसा करने से रोकने के लिए खास कदम उठाए हैं। भाषा की खबर के मुताबिक, प्राधिकरण ने देशभर में अपने 4,000 राज्य स्तरीय अधिकारियों को मिठाई खुदरा विक्रेताओं और बनाने वालों की निगरानी तेज करने का निर्देश दिया है।
मिलावट की जांच के लिए निगरानी बढ़ाने के निर्देश
खबर के मुताबिक, भारत में सबसे ज्यादा मिलावट दूध में की जाती है और ज्यादातर मिठाइयां दूध के उत्पादों से ही बनाई जाती हैं। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जी. कमला वर्धन राव (FSSAI ceo) ने ईट राइट समिट से इतर पत्रकारों से मंगलवार को कहा कि ऐसा देखा जाता है कि दिवाली में मिठाइयों की खपत बहुत अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में लोगों का मिलावट वाली मिठाई से बचाव किया जा सके, इसके लिए हमने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अपने अधिकारियों को मिठाइयों में मिलावट की जांच के लिए निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं।
सैम्पल इकट्ठा करने के दिए निर्देश
वर्धन राव ने कहा कि राज्य के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को दुकानों का निरीक्षण करने और मिठाई (adulteration in sweets) की क्वालिटी चेक के लिए सैम्पल इकट्ठा करने के लिए कहा गया है। उनसे क्वालिटी स्टैंडर्ड का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को भी कहा गया है। प्राधिकरण (FSSAI) ने इस साल निगरानी सैम्पल की संख्या बढ़ाकर एक लाख कर दी है और अगले साल यह बढ़कर सात लाख कर दी जाएगी। राव ने साथ ही बताया कि दूध और दुग्ध उत्पादों की क्वालिटी की जांच करने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और भारतीय गुणवत्ता परिषद की तरफ से संयुक्त रूप से एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण किया जा रहा है। सर्वेक्षण में करीब 10,000 सैम्पल इकट्ठे किए जाएंगे। यह सर्वेक्षण एक महीने में पूरा हो जाएगा।
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