वैल्यू क्रिएशन से लेकर नई तकनीक और शेयरधारकों के फायदे तक, रिलायंस एजीएम में हुईं ये बड़ी घोषणाएं
सोमवार को हुई रिलायंस एजीएम में नए भारत को लेकर नई तकनीक, ग्रोथ फोकस समेत कई विभिन्न घोषणाएं की गई हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 46वीं सालाना आम बैठक (AGM) सोमवार को संपन्न हुई। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने इस मौके पर कई बड़ी बातें कही। उन्होंने कहा कि रिलायंस उभरते नए भारत का अगुवा है। यह न्यू इंडिया है। ये नया भारत ना रुकता है, ना थकता है। बैठक में मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से आने वाले समय के लिए कई बड़ी घोषणाएं की। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से...
वैल्यू क्रिएशन पर फोकस
रिलायंस ने बढ़ते भारत को ध्यान में रखते हुए नए अवसरों की ओर फोकस किया है। रिलायंस टेक्सटाइल, पॉलिस्टर, पॉलिमर, रिफाइनिंग, रिटेल, सेवाए और न्यू एनर्जी के क्षेत्रों की ओर ध्यान दे रहा है। इन सभी क्षेत्रों में वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुसार कीमत पर ही आगे बढ़ाया जा रहा है। IPO के बाद से कंपनी का EBITDA CAGR 23% है।
शेयरधारकों को फायदा
रिलायंस इंडस्ट्री के IPO के बाद से ही कंपनी ने बिना किसी रुकावट के शेयरधारकों को डिविडेंट दिया है। रिलांयस रिटेल की वैल्यू 3 साल में 428,000 करोड़ से बढ़कर 828,000 करोड़ हो गई है। जियो फायनेंशियल सर्विसेज के डीमर्जर ने भी शेयर होल्डर्स को कंपनी के साथ ग्रोथ करने में मदद की है।
घर-घर तक पहुंचने की तैयारी
रिलायंस तकनीक के माध्यम से भारत के घर-घर तक पहुंचने की तैयारी में है। इस कदम में वीडियो गेम, रिटेल-ऑनलाइन शॉपिंग से लेकर जियो सिनेमा तक की बात कही गई है। जारी किए गए डाटा के अनुसार कंपनी की मोबाइल और फिक्स लाइन 450 मिलियन, रेजिस्टर्ड कस्टमर बेस 250 मिलियन और जियो सिनेमा IPL स्ट्रीमींग 450 मिलियन और टीवी नेटवर्क हर महीने 700 मिलियन तक पहुंच चुके हैं।
ग्रोथ और मार्जिन एक्पैंसन
ग्रोथ के लिए कंपनी मार्केट शेयर और कस्टमर बेस के माध्यम से ऑर्गैनिक ग्रोथ पर फोकस कर रही है। ग्राहकों को नए प्रोडक्ट ऑफर किए जा रहे हैं। इसके साथ है ग्लोबली प्रतिस्पर्धी कीमत पर एनर्जी के क्षेत्र में नए कदम उठा रहे हैं। मार्जिन के लिए कंपनी प्रोडक्ट के पोर्टफोलियो को डीकमोडाइज कर रही है। साथ ही अनुकूल समाधान और वैल्यू एड पर भी फोकस कर रही है।
तकनीक में निवेश
रिलायंस सप्लाई चेन इंफ्रास्टकचर के विस्तार में निवेश कर रही है। जियो मार्ट को और भी बेहतर बनाया जा रहा है। कंपनी स्वदेशी ब्रांड को भी ग्लोबल बनाने के लिए कोशिश कर रही है। कंपनी का एफएमसीजी व्यवसाय भारतीय भारतीय ग्राहकों को विश्व स्तरीय उत्पाद प्रदान करने के लिए कई कैटेगरी में एंट्री कर रहा है। इसके लिए पहले एशिया और अफ्रीका को टार्गेट में रखा गया है।
डिजिटल विस्तार
रिलायंस ने बताया कि कंपनी ने डिजिटल सर्विसेज के माध्यम से अबतक 45 करोड़ लोगों तक पहुंच बना ली है। जियो फाइबर भी 2.5 करोड़ लोगों तक पहुंच चुका है। कंपनी ने बताया कि जियो 5जी के अभी 5 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हो गए हैं। साथ ही देश के 96 प्रतिशत 5जी फोन में जियो का नेटवर्क है। दुनिया में सबसे तेजी से 5जी रोलआउट का रिकॉर्ड जियो ने बनाया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बताया कि कंपनी अन्य रेवेन्यू मॉडल के विस्तार के लिए AI सर्विसेज को शुरू करने पर भी ध्यान दे रही है।
नवीन ऊर्जा व नेट जीरो का लक्ष्य
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एजीएम में 2035 तक नेट जीरो का लक्ष्य पूरा करने की घोषणा की। कंपनी भारत के मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में नवीकरणीय ऊर्जा का सबसे बड़ा केंद्र बनने का लक्ष्य रखा है। इससे पैसे और ऊर्जा दोनों की बचत होगी। कंपनी ने सोलर और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भी कदम बढ़ाने की घोषणा की। कंपनी ने बताया कि वह भारत में स्वदेशी तकनीक के दम पर सबसे बड़ी बायो एनर्जी प्रोड्यूसर बन गई है।
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