A
Hindi News पैसा बिज़नेस यूं ही नहीं लगातार गिर रहा शेयर बाजार, सामने आ गई इसके पीछे की वजह, एक्सपर्ट्स से समझिए

यूं ही नहीं लगातार गिर रहा शेयर बाजार, सामने आ गई इसके पीछे की वजह, एक्सपर्ट्स से समझिए

भारतीय बाजारों से विदेशी फंड्स की निकासी के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। इनमें कंपनियों के तिमाही नतीजे कमजोर रहने की आशंका, ट्रंप प्रशासन में टैरिफ वॉर की संभावना, सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर में सुस्ती, ऊंची महंगाई तथा भारत में ब्याज दरों में कटौती का दौर शुरू होने को लेकर असमंजस शामिल है।

शेयर मार्केट न्यूज- India TV Paisa Image Source : FILE शेयर मार्केट न्यूज

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने इस महीने अबतक भारतीय शेयर बाजारों से 22,194 करोड़ रुपये की निकासी की है। कंपनियों के तिमाही नतीजे कमजोर रहने की संभावना, डॉलर में मजबूती तथा डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में टैरिफ वॉर तेज होने की आशंका के बीच एफपीआई बिकवाल बने हुए हैं। FPI की इस निकासी से शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। इससे पहले दिसंबर माह में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया था। वैश्विक और घरेलू मोर्चे पर अड़चनों के बीच विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयरों में अपना निवेश घटा दिया है।

क्यों विदेशी निवेशक कर रहे निकासी?

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘भारतीय बाजारों से विदेशी फंड्स की निकासी के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। इनमें कंपनियों के तिमाही नतीजे कमजोर रहने की आशंका, ट्रंप प्रशासन में टैरिफ वॉर की संभावना, सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर में सुस्ती, ऊंची महंगाई तथा भारत में ब्याज दरों में कटौती का दौर शुरू होने को लेकर असमंजस शामिल है।’’ इसके अलावा भारतीय रुपये का रिकॉर्ड निचला स्तर, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में उछाल और भारतीय शेयर बाजार के ऊंचे वैल्यूएशन की वजह से भी एफपीआई बिकवाली कर रहे हैं।

इस महीने निकाले 22,194 करोड़ रुपये

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने (10 जनवरी तक) अबतक शेयरों से 22,194 करोड़ रुपये निकाले हैं। दो जनवरी को छोड़कर सभी कारोबारी सत्रों में एफपीआई शुद्ध बिकवाल रहे हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘एफपीआई की लगातार बिकवाली का एकमात्र बड़ा कारण डॉलर इंडेक्स में लगातार बढ़ोतरी है, जो अब 109 से ऊपर है। 10 साल के बॉन्ड पर यील्ड 4.6 प्रतिशत से ऊपर है, जिसकी वजह से निवेशक उभरते बाजारों से निकासी कर रहे हैं।’’ बीते साल यानी 2024 में एफपीआई ने भारतीय शेयरों में सिर्फ 427 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। वहीं, 2023 में उन्होंने भारतीय शेयर बाजार में बड़ी राशि यानी 1.71 लाख करोड़ रुपये डाले थे।

Latest Business News