Forex Reserve: भारतीय रुपये की गिरावट के बीच भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में भी गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय रिजर्व लगातार रुपये में गिरावट को रोकने का प्रयास कर रहा है। मुद्रा भंडार में गिरावट के पीेछे ताजा गिरावट के पीछे प्रमुख कारण रिजर्व बैंक द्वारा रुपये को थामने की कोशिशें भी हैं। यानि रुपये में गिरावट को रोकने की कोशिश ही गिरावट का भी कारण बन रही हैं। ताजा जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक के देश का विदेशी मुद्रा भंडार 15 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 7.541 अरब डॉलर घटकर 572.712 अरब डॉलर रह गया।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले, आठ जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार 8.062 अरब डॉलर घटकर 580.252 अरब डॉलर रह गया था। शुक्रवार को, डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे की गिरावट के साथ 79.90 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। आठ जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों का घटना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा स्वर्ण आरक्षित भंडार घटने से भी विदेशीमुद्रा भंडार कम हुआ है।
भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी किये गये भारत के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 6.527 अरब डॉलर घटकर 511.562 अरब डॉलर रह गयी। डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है।
आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 83 करोड़ डॉलर घटकर 38.356 अरब डॉलर रह गया। समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 15.5 करोड़ डॉलर घटकर 17.857 अरब डॉलर रह गया। आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार भी 2.9 करोड़ डॉलर घटकर 4.937 अरब डॉलर रह गया।
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