कड़ाके की सर्दी में चाय की चुस्की के दीवानों के लिए ‘टी वैली’ लेकर आया जायकेदार टी के कई बेहतरीन विकल्प
देश में प्रीमियम वर्ग के लोग अक्सर लाइट व महकती हुई चाय को ज्यादा पसंद करते है। वही, दूसरी ओर एक ऐसा तबका भी है जिसे कड़क व दमदार चाय ही पसंद है।
कड़ाके की सर्दी में गरमागरम चाय की चुस्की का अपना ही मजा है। आज के भागमभाग भरी जिंदगी में अगर दिन की शुरुआत में चाय न हो तो कुछ अधूरा-अधूरा सा लगता है। बाजार में मौजूदा समय में तमाम तरह की चाय मौजूद हैं, जैसे कि अदरक वाली चाय, इलायची चाय, मसाला चाय, असम चाय, दार्जिलिंग चाय, ग्रीन टी, हर्बल टी, ब्लैक टी आदि। इन सभी चाय में असम की चाय की चर्चा हर किसी की ज़ुबान पर होती है। इसी मांग को पूरा करने के लिए ‘टी वैली’ ने असम की चाय बगानों में 100 फीसदी तैयार चाय को भारतीय बाजार में लॉन्च किया है। कंपनी का दावा है कि चाय की चुस्कीके शौकीन लोगों को उनका हर प्रोडक्ट असम की ओरिजिनल चाय का स्वाद देगा।
हर वर्ग को ध्यान रखकर प्रोडक्ट लॉन्च
दिल्ली में स्थित डी जे ग्रुप द्वारा लांच किया गया यह ब्रांड आज भारत में लाखो लोगों की पसंद बन चुका हैं। इसका कारण यह है की इस ब्रांड की उत्पत्ति अलग-अलग वर्ग के लोगों के पसंदीदा चाय स्वाद को ध्यान में रखते हुए की गयी हैं। आज से लगभग 3 साल पहले इस ब्रांड को उन लोगों के लिए लांच किया गया था जो अपने जीवन में बेहतर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहते हैं। देश में प्रीमियम वर्ग के लोग अक्सर लाइट व महकती हुई चाय को ज्यादा पसंद करते है। वही, दूसरी ओर एक ऐसा तबका भी है जिसे कड़क व दमदार चाय ही पसंद है। इन सभी वर्गो की आकांक्षाओं व जरूरतों को ध्यान में रखते हुए टी वैली गोल्ड, टी वैली रॉयल और टी वैली क्लासिक को लांच किया गया। इन सभी को लांच करने के कुछ समय बाद ही कड़क व दमदार चाय के दीवानो के लिए टी वैली उत्साह का विकल्प भी इस सूचि में जोड़ा गया। दुनिया भर में विख्यात असम की वादियों से चुनी गई टी वैली चाय की पत्ती में ब्रह्मपुत्र की महक का जादू समाया हुआ है। टी वैली 100 फीसदी ओरिजिनल असम चाय और खुशबुदार ऑर्थोडॉक्स पत्तियों का ऐसा बेमिसाल ब्लेंड है, जिसका हर सिप एक यादगार अनुभव से कम नहीं।
लोगों की जरूरत समझने के लिए किया रिसर्च
चाय के अलग-अलग विकल्प को लांच करते हुए टी वैली के ब्रांड के फाउंडर व डायरेक्टर नमित जैन जी ने बताया कि हमने किसी भी कैटेगोरी के चाय को बाजार मेंउतारने से पहले काफी रिसर्च किया। हर वर्ग के उपभोक्ताओं से बात कर उन्होंने सबकी पसंद व जरूरतों को समझा था। साथ ही उस समय मौजूदा ब्रांड की खूबियों व कमजोरियों को भांपकर इस ब्रांड को मार्केट में लांच किया। कंपनी का एक उद्देश्य यह भी रहा है कि टी वैली के हर वैरिएंट को हर वर्ग का व्यक्ति अपने बजट में खरीद सके। ब्रांड के मार्केटिंग हेड श्री वल्लभ केसवानी जी ने आज इस ब्रांड की पहुंच को पुरे उत्तर भारत तक पहुंचा दिया हैं।