Flipkart-स्विगी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की करेगी छंटनी, दोनों कंपनियों में इतने हजार की जाएगी नौकरी
वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी में वर्तमान में लगभग 22 हजार कर्मचारी हैं। पहले की रिपोर्टों में उल्लेख किया गया था कि कंपनी लाभदायक बने रहने के लिए अपने संसाधनों को अनुकूलित करने के लिए आंतरिक पुनर्गठन पर भी विचार कर रही है।
नए साल में भी छंटनी का दौर थमने का नहीं ले रहा है। आईटी सेक्टर के बाद अब ई-कॉमर्स कंपनियों ने नए सिरे से छंटनी का ऐलान किया है। आपको बता दें कि ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट एक हजार कर्मचारियों की छंटनी करेगी। सूत्रों के अनुसार, यह उसके कुल कार्यबल का लगभग पांच प्रतिशत है। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी हर साल नौकरी लागत में प्रदर्शन-आधारित कटौती करती है, और नवीनतम कार्यबल में कटौती उसी के अनुरूप है। वहीं, ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी छंटनी के दूसरे दौर में अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग सात प्रतिशत या लगभग 400 नौकरियों की कटौती कर रही है।
फ्लिपकार्ट में वर्तमान में लगभग 22 हजार कर्मचारी
वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी में वर्तमान में लगभग 22 हजार कर्मचारी हैं। पहले की रिपोर्टों में उल्लेख किया गया था कि कंपनी लाभदायक बने रहने के लिए अपने संसाधनों को अनुकूलित करने के लिए आंतरिक पुनर्गठन पर भी विचार कर रही है। इस बीच, बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टॉफलर के आंकड़ों के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2023 में फ्लिपकार्ट का कुल राजस्व 56,013 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2013 में राजस्व में वित्त वर्ष 2012 से नौ प्रतिशत की वृद्धि देखी गई और यह 51,176 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने वित्त वर्ष 2013 में 4,834 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 42 प्रतिशत की पर्याप्त वृद्धि है। वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, 31 मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए शुद्ध घाटा 4,839.3 करोड़ रुपये था, जो 31 मार्च 2022 को समाप्त होने वाले वर्ष के 3,362.4 करोड़ रुपये के शुद्ध घाटे की तुलना में 44 प्रतिशत अधिक है।
आईपीओ से पहले खर्च घटाने की तैयारी में स्विगी
टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, स्विगी का उद्देश्य इस साल के अंत में नियोजित प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) से पहले अपने वित्त में सुधार करना है। कंपनी ने जनवरी 2023 में 380 नौकरियों की कटौती की थी और लागत कम करने के प्रयास में अपने मांस बाज़ार को भी बंद कर दिया था। यह खबर सबसे पहले इकोनॉमिक टाइम्स ने प्रकाशित की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, टेक और ऑपरेशंस टीमों पर सबसे ज्यादा असर पड़ने की आशंका है। इस बीच, कंपनी के आने वाले महीने में खाने के ऑर्डर पर प्लेटफॉर्म शुल्क पाँच रुपये से दोगुना कर 10 रुपये करने की भी संभावना है। इस कदम के साथ कंपनी इस साल के अंत में अपने आईपीओ के लॉन्च से पहले घाटे को कम करना चाहती है। हाल ही में अमेरिका स्थित निवेश कंपनी इनवेस्को ने स्विगी का मूल्यांकन लगभग 8.3 अरब डॉलर तक बढ़ा दिया है। नियामक फाइलिंग के अनुसार, यह लगातार दूसरी बार है जब वैश्विक परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी ने स्विगी के मूल्य में वृद्धि की है। पिछले साल अक्टूबर में इनवेस्को ने फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म का वैल्यूएशन बढ़ाकर करीब 7.85 अरब डॉलर कर दिया था।
इनपुटः आईएएनएस