Paytm Payments Bank पर ₹5.49 करोड़ का लगा मोटा जुर्माना, इस वजह से हुआ बड़ा एक्शन
वित्त मंत्रालय ने कहा कि बैंक के कुछ यूनिट्स और उनके कारोबार से जुड़ी कंपनियों के संबंध में अवैध गतिविधियों के बारे में जांच एजेंसियों से जानकारी मिली थी।
वन97 कम्यूनिकेशन ग्रुप की परेशानी खत्म होती नहीं दिख रही। अब इसके पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर वित्तीय खुफिया इकाई-भारत (एफआईयू) ने मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक नियमों के उल्लंघन को लेकर 5.49 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। एफआईयू को कुछ यूनिट्स और उनके कारोबार से जुड़ी कंपनियों के संबंध में अवैध गतिविधियों के बारे में जांच एजेंसियों से जानकारी मिली थी। भाषा की खबर के मुताबिक, इसमें ऑनलाइन जुए के आयोजन और सुविधा प्रदान करने की बात शामिल थी।
समीक्षा में झोल-झाल आया सामने
शिकायत मिलने के बाद एफआईयू ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की समीक्षा शुरू की। मंत्रालय ने कहा कि इन यूनिट्स के खाते पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में थे। इन्होंने अवैध गतिविधियों से हासिल राशि यानी अपराध की कमाई को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खातों के माध्यम से दूसरी जगह भेजा गया। वित्तीय खुफिया इकाई-भारत ने मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत दायित्वों के उल्लंघन को लेकर पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 5.49 करोड़ रुपये का मौद्रिक जुर्माना लगाया है।
कंपनी का ये है कहना
हालांकि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह भी कहा है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक को एक बंद हो चुके बिजनेस सेगमेंट पर एफआईयू निर्देश हासिल हुआ है। दरअसल, जुर्माना एक बिजनेस सेगमेंट के मुद्दों से जुड़ा है जिसे दो साल पहले क्लोज कर दिया गया था। उस समय के बाद, हमने वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू) के लिए अपनी निगरानी प्रणाली और रिपोर्टिंग सिस्टम को और मजबूत किया है।
आरबीआई ने लगा रखी है ये रोक
एफआईयू ने 15 फरवरी को जुर्माना लगाने का आदेश पारित किया। एफआईयू की कार्रवाई आरबीआई के 31 जनवरी के निर्देश के बाद हुई है। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी से अपने ग्राहकों के खातों में नई जमा या ‘टॉप अप’ स्वीकार करने से रोक दिया था। बाद में तारीख को 15 मार्च तक बढ़ा दिया गया। इससे पहले वन97 कम्युनिकेशंस के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने सहयोगी यूनिट पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई की कार्रवाई के बीच दोनों के बीच अंतर-कंपनी समझौतों को खत्म करने को मंजूरी दे दी है।
पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने पीपीबीएल के अंशकालिक गैर-कार्यकारी चेयरमैन का पद भी छोड़ दिया है। साथ ही कंपनी के निदेशक मंडल का भी पुनर्गठन किया गया है। आने वाले समय में कंपनी के लिए कई चुनौतियां खड़ी दिख रही हैं।