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Hindi News पैसा बिज़नेस वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया महंगाई का प्रमुख कारण, जानिए क्यों बढ़ रही हैं खाने पीने के सामान की कीमतें

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया महंगाई का प्रमुख कारण, जानिए क्यों बढ़ रही हैं खाने पीने के सामान की कीमतें

सीतारमण ने ईंधन और प्राकृतिक गैस के दाम में कमी लाने के प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश में इनका आयात किया जाता है और कोविड तथा रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक बाजारों में ईंधन के दाम ऊंचे हैं।

Nirmala Sitharaman- India TV Paisa Image Source : PTI Nirmala Sitharaman

महंगाई से हर इंसान परेशान है, लेकिन इसकी सबसे बुरी मार गरीब जनता पर पड़ती है। हाल के दिनों में खाने पीने के सामान से लेकर सभी वस्तुओं की कीमत बढ़ी हैं। इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बढ़ती महंगाई का दोष मौसमी कारणों से सप्लाई चेन प्रभावित होने पर डाला है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आपूर्ति से जुड़ी मौसमी समस्याओं के कारण महंगाई बढ़ी है और जरूरी सामान की कीमतों में नरमी लाने के प्रयासों के साथ उसपर लगातार नजर रखी जा रही है। 

ईंधन की महंगाई चिंता का विषय

सीतारमण ने ईंधन और प्राकृतिक गैस के दाम में कमी लाने के प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश में इनका आयात किया जाता है और कोविड तथा रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक बाजारों में ईंधन के दाम ऊंचे हैं। उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने नवंबर, 2021 में स्वयं ईंधन पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में कटौती का निर्देश हमें दिया था। इसके कारण दीपावली के दौरान इस बारे में घोषणा की गयी। उसके बाद जून, 2022 में फिर हमने उत्पाद शुल्क में कटौती की। इन सब कारणों से ईंधन के दाम में कुछ हद तक नरमी आई।’’ 

कब घटेगी महंगाई

महंगाई और उसे नीचे लाने के उपायों के बारे में पूछे गये सवालों के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘लेकिन जब हम ईंधन या प्राकृतिक गैस के बारे में बात करते हैं, हमें एक चीज समझने की जरूरत है। इन उत्पादों का आयात किया जाता है और खासकर कोविड महामारी तथा उसके बाद रूस-यूक्रेन युद्ध से कीमतें तेज हुई हैं और इसके बावजूद आयात जारी है। केंद्र के स्तर पर हमने इसके दाम में कमी लाने के लिये उत्पाद शुल्क में कटौती की है।’’ 

महंगाई पर सरकार की कड़ी नजर 

वित्त मंत्री ने कहा कि मंत्रियों का समूह जरूरी सामान और उनकी कीमतों पर नजर रखता है। परिस्थिति के अनुसार अतिरिक्त स्टॉक जारी किया गया। ‘‘जब चावल के दाम में तेजी आई, हमने बफर स्टॉक से चावल जारी किया।’’ सीतारमण ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार कीमतों को नीचे लाने के लिये लगातार कदम उठा रही है। यही कारण है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति छह प्रतिशत से घटकर 5.8 प्रतिशत पर आई है। मौसमी स्तर पर आपूर्ति संबंधी समस्याओं के कारण महंगाई बढ़ी है, जिसपर लगातार नजर रखी जा रही है तथा उसे नीचे लाने के उपाय किये जा रहे हैं।’’ 

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