EV fire incidents: सरकार ने पांच इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियों को नोटिस भेजा, कई लोगों गंवानी पड़ी थी जान
EV fire incidents: सीसीपीए को इस बारे में कई शिकायतें मिली थीं और उसने स्वत: संज्ञान लेते हुए यह कदम उठाया है।
EV fire incidents: केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं पर स्वत: संज्ञान लेते हुए चार-पांच ईवी विनिर्माता कंपनियों को नोटिस भेजा है। इन वाहनों में बैटरी फटने के कारण आग लगने के मामले सामने आए हैं। सीसीपीए की मुख्य आयुक्त निधि खरे ने मंगलवार को कहा कि प्राधिकरण इस मामले में जल्द सुनवाई शुरू करेगा। खरे ने यहां संवाददाताओं से कहा, हमने चार-पांच कंपनियों को नोटिस भेजा है। हमने उनसे इलेक्ट्रिक वाहन में आग लगने की वजह पूछी है। साथ ही उनसे पूछा गया है कि नियामक उनके खिलाफ क्यों न कार्रवाई करे।
सीसीपीए को कई शिकायतें मिली थीं
खरे ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन में आग लगने की घटना में लोगों को जान भी गंवानी पड़ी है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या बाजार में बेचे गए उत्पाद मानक परीक्षण मानकों पर खरे उतरे थे। उन्होंने कहा कि सीसीपीए को इस बारे में कई शिकायतें मिली थीं और उसने स्वत: संज्ञान लेते हुए यह कदम उठाया है। सीसीपीए प्रमुख ने कहा कि उन्होंने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) से भी इस बारे में अपनी रिपोर्ट देने को कहा है। सड़क परिवहन मंत्रालय ने डीआरडीओ को ईवी में आग लगने की घटनाओं की जांच का जिम्मा सौंपा है।
बीआईएस ने मानक जारी किए थे
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने उपभोक्ताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी के ‘प्रर्दशन’ के लिए जरुरी मानक जारी किए थे। दी गई जानकारी के मुताबिक, लिथियम-आयन ट्रैक्शन बैटरी पैक और और बिजली से चलने वाले वाहनों की प्रणाली के लिए के लिए ‘आईएस 17855: 2022’ तैयार किया गया है और इसे आईएसओ 12405-4: 2018 के अनुरूप स्थापित किया गया है। नए मानकों में बैटरी पैक और प्रणाली के लिए प्रदर्शन, विश्वसनीयता और विद्युत कार्यक्षमता की बुनियादी विशेषता की परीक्षण प्रक्रिया शामिल है। गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में ईवी में आग लगने की घटना से कई लोगों को अपनी जान गवानीं पड़ी थी। इसके बाद सरकार हरकत में आई थी और कंपनियों पर सख्ती की थी। कंपनियों ने भी घटना को देखते हुए कई बदलाव किए हैं।