European Union Google: यूरोपीय यूनियन गूगल पर लगाम लगाने की तैयारी में है। EU ने Google पर डिजिटल एडवरटाइजिंग बिजनेस में एंटी-कॉम्पिटेटिव प्रैक्टिस करने का आरोप लगाया है। साथ ही कंपनी को एडवरटाइजिंग बिजनेस का कुछ हिस्सा सेल करने के लिए कहा है। 27 देशों के यूरोपीय संघ ने बिग टेक कंपनियों पर नकेल कसने के लिए वैश्विक आंदोलन का नेतृत्व किया है, जिसमें जुर्माना भी लगाया जाना है। EU ने Google पर अरबों यूरो (डॉलर) के तीन एंटीट्रस्ट दंड लगाया है।
EU एंटीट्रस्ट चीफ मार्ग्रेथ वेस्टेगर ने कहा है कि गूगल को अपने एडटेक बिजनेस का कुछ हिस्सा बेचना चाहिए। क्योंकि उन्हें इस बात की उम्मीद है कि एंटी-कॉम्पिटेटिव प्रैक्टिस को रोकने के लिए एक व्यवहारिक उपाय लागू हो जाए ऐसी कोई संभावना नहीं दिख रही है। ईयू के इस निर्णय के पीछे का एक कारण यह बताया जा रहा है कि संघ यह नहीं चाहता है कि किसी एक कंपनी के पास एडवरटाइजिंग बिजनेस में पूरा कमान हो। बता दें कि आयोग द्वारा अपना अंतिम निर्णय जारी करने से पहले Google अब अपना पक्ष रखकर अपना बचाव कर सकता है।
जून 2021 से हो रही जांच
एंटीट्रस्ट रेगुलेटर ने जून 2021 में इसकी जांच शुरू की थी। डिजिटल एडवरटाइजिंग बिजनेस में एंटी कंपीटिटिव प्रैक्टिस को लेकर शुरू किए गए जांच को आज दो साल हो गए हैं। दो साल बाद पहली बार यूरोपीय एंटीट्रस्ट रेगुलेटर ने इसको लेकर एक बयान जारी किया है और आरोप लगाया है। रिसर्च फर्म इनसाइडर इंटेलिजेंस की एक रिपोर्ट बताताी है कि ग्लोबल ऐड रेवेन्यू में गूगल की दुनियाभर में 28% की हिस्सेदारी है। बता दें कि गूगल ने इसपर जल्द ही एक ठोस रिपोर्ट पेश करने को कहा है। कंपनी इसे निराधार बताया है।
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