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Hindi News पैसा बिज़नेस एलन मस्क की गलती और एक ट्वीट, इस दवा कंपनी के डूबे 1223 अरब रुपये, ट्विटर ने उठाया ये कदम

एलन मस्क की गलती और एक ट्वीट, इस दवा कंपनी के डूबे 1223 अरब रुपये, ट्विटर ने उठाया ये कदम

फेक यूजर के द्वारा बनाए गए आईडी को 8 डॉलर लेकर ट्विटर ने वेरिफाई कर दिया, जिसका फायदा उठाते हुए उसने एक बड़ी दवा कंपनी से जुड़ा एक ट्वीट किया। इसके चलते उसे अरबों डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है।

एलन मस्क की गलती और एक ट्वीट, दवा कंपनी के डूबे अरबों- India TV Paisa Image Source : INDIA TV एलन मस्क की गलती और एक ट्वीट, दवा कंपनी के डूबे अरबों

LillyPad: ट्विटर खरीदने के बाद से जिस रफ्तार से एलन मस्क ने कंपनी में बदलाव किया है उसका खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ा रहा है। मस्क के ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन प्लान के लिए 8 डॉलर यूजर्स से वसूलना अब उनके लिए सिरदर्द बन गया है। कुछ यूजर्स के द्वारा फर्जी अकाउंट बनाकर वेरिफाई करा लिया जा रहा है। एक दवा कंपनी को एक फेक ट्वीट के चलते अरबों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है, जिसके बाद से Twitter ने ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन प्लान के ऑप्शन को ऐप से हटा दिया है।

क्या है मामला?

10 तारीख को भारतीय समयानुसार 1 बजकर 36 मिनट पर एक यूजर (ElilillyandCo) द्वारा फेमस फार्मास्युटिकल्स कंपनी लिली के बिहाफ पर एक ट्वीट किया जिसमें उसने लिखा था कि कंपनी को बताते हुए खुशी हो रही है कि वह इंसुलिन अब फ्री में मुहैया कराएगी। जबकी कंपनी की ऐसी कोई योजना नहीं थी। जिस आईडी से ट्वीट किया गया था वो ट्विटर द्वारा पेड सब्सक्रिप्शन पॉलिसी के तहत वेरिफाई किया गया हैंडल था। जो कि एक फेक हैंडल है। कंपनी का जो ऑफिशियल आईडी है उसका यूजर नेम @LillyPad है। फिलहाल के लिए उस फर्जी अकाउंट 

कंपनी ने ऑफिशियल आईडी से ट्वीट कर मांगी माफी

कंपनी को उस ट्वीट के चलते 1223 करोड़ का नुकसान हुआ है। उसके शेयर प्राइस में भारी गिरावट देखी गई है। LillyPad के तरफ से ट्वीट कर माफी मांगी गई है। कंपनी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर आईडी से ट्वीट करते हुए कहा कि हम उन लोगों से क्षमा चाहते हैं जिन्हें एक नकली लिली खाते से भ्रामक संदेश दिया गया है। हमारा आधिकारिक ट्विटर अकाउंट @LillyPad है।

Twitter ने इस पॉलिसी को वापस लेने का लिया फैसला

ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन प्लान वाले पॉलिसी को वापस लेने के पीछे की सबसे बड़ी वजह फर्जी अकाउंट का वेरिफिकेशन होना बताया जा रहा है। कोई भी यूजर किसी फर्जी नाम से अकाउंट बनाकर 8 डॉलर के भुगतान के साथ उसे वेरिफाई करा ले रहा है। ऐसी स्थिति में उस आईडी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा हो रहा है। इसका नुकसान एक दवा बनाने वाली कंपनी को भी उठाना पड़ा है। फिलहाल के लिए कंपनी ने उस ऑप्शन को हटा दिया है। 

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