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Hindi News पैसा बिज़नेस मिस्र की मनमानी से भारत की बढ़ी मुश्किलें, स्वेज नहर से गुजरने वाले जहाजों की बढ़ी चुंगी

मिस्र की मनमानी से भारत की बढ़ी मुश्किलें, स्वेज नहर से गुजरने वाले जहाजों की बढ़ी चुंगी

तरलीकृत पेट्रोलियम गैस, रासायनिक टैंकरों और अन्य तरल थोक टैंकरों के पारगमन शुल्क में दस प्रतिशत की वृद्धि की जायेगी। 

<p>Egypt</p>- India TV Paisa Image Source : FILE Egypt

Highlights

  • मिस्र ने स्वेज नहर से गुजरने वाले जहाजों के लिए पारगमन शुल्क में दस प्रतिशत तक की वृद्धि की
  • यह रास्ता दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण जलमार्गों में से एक है
  • तरलीकृत पेट्रोलियम गैस, रासायनिक टैंकरों और अन्य तरल थोक टैंकरों के पारगमन शुल्क में वृद्धि

काहिरा। नकदी संकट का सामना कर रहे मिस्र ने स्वेज नहर से गुजरने वाले जहाजों के लिए पारगमन शुल्क में दस प्रतिशत तक की वृद्धि की है। यह रास्ता दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण जलमार्गों में से एक है। 

स्वेज नहर प्राधिकरण ने मंगलवार को अपनी वेबसाइट पर शुल्क में वृद्धि के लिए नहर के पारगमन सेवा के विकास और बेहतरी का हवाला देते हुए कहा कि शुल्क में बढ़ोतरी वैश्विक व्यापार में महत्वपूर्ण वृद्धि के अनुरूप है। बयान के अनुसार तरलीकृत पेट्रोलियम गैस, रासायनिक टैंकरों और अन्य तरल थोक टैंकरों के पारगमन शुल्क में दस प्रतिशत की वृद्धि की जायेगी। 

वही वाहनों, प्राकृतिक गैस, सामान्य कार्गो और बहुउद्देश्यीय जहाजों को ले जाने वाले जहाजों के लिए पारगमन शुल्क में सात प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इसके अलावा तेल और कच्चे टैंकरों और सूखे थोक जहाजों के पारगमन पर लगने वाले शुल्क में पांच प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी। 

वैश्विक स्तर पर शिपिंग में बदलाव के साथ इस बढ़ोतरी को बाद में संशोधित या वापस लिया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि स्वेज नहर के अधिकारी जलमार्ग के दक्षिणी हिस्से को चौड़ा और गहरा करने के लिए मार्च 2021 से काम कर रहे हैं।

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