अगले पांच साल में घरेलू एयरलाइंस कंपनियों के पास विमानों की संख्या बढ़कर 1,400 हो जाएगी। नागरिक उड्डयन सचिव वुमलुनमंग वुलनाम ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि बीते 10 सालों में देश में एयरपोर्ट की संख्या भी 74 से बढ़कर 157 हो गई है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, उन्होंने देश के विमानन क्षेत्र की विकास संभावनाओं को बेहतर बताते हुए कहा कि फिलहाल घरेलू एयरलाइंस के बेड़े में करीब 800 विमान हैं और प्रमुख एयरलाइन्स इंडिगो और एयर इंडिया ने विमानों के लिए काफी ऑर्डर दिए हैं।
यात्रियों की संख्या दोगुनी होकर करीब 22 करोड़ हो गई
खबर के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में एक समारोह में सचिव ने ड्रोन सेगमेंट सहित विमानन क्षेत्र में महिलाओं के लिए अवसरों की भी चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रियों की संख्या 11 करोड़ से दोगुनी होकर करीब 22 करोड़ हो गई है। सचिव, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सहयोग से वीमेन इन एविएशन इंडिया द्वारा आयोजित 'गिविंग विंग्स टू ड्रीम्स अवार्ड्स 2024' में बोल रहे थे।
सचिव के मुताबिक, 120 करोड़ रुपये की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना सफल रही और लाभार्थी कंपनियों का कुल कारोबार बढ़कर 1,400 करोड़ रुपये हो गया। वित्तीय वर्ष 2021-22 से शुरू होने वाले तीन वित्तीय वर्षों के लिए 120 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 2021 में शुरू की गई ड्रोन के लिए पहली पीएलआई योजना खत्म हो गई है।
एयरलाइंस कंपनियों ने बीते दिनों में दिए हैं जोरदार ऑर्डर
टाटा समूह के नियंत्रण वाली एयर इंडिया ने एयरबस को 85 और विमानों का ऑर्डर दिया है जिसमें 10 ए350 विमान भी शामिल हैं। बीते एक साल में इससे पहले एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग को 840 विमानों का ऑर्डर दिया है। इसी साल देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने चौड़े आकार के 30 ए350-900 विमानों का ऑर्डर दिया है। कंपनी के पास ऐसे ही 70 और विमानों को खरीदने का विकल्प है। लगभग 17 साल से सक्रिय इंडिगो में फिलहाल 350 पतले आकार के विमानों का परिचालन होता है।
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