नई दिल्ली । नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि अगले दो माह में घरेलू उड़ानों के हवाई यात्रियों की संख्या कोविड-पूर्व के स्तर पर पहुंच जाएगी। उन्होंने राज्यों से जेट ईंधन (एटीएफ) पर कर कम करने का भी आग्रह किया ताकि देश के विमानन क्षेत्र को प्रोत्साहन दिया जा सके। कोविड महामारी से पहले घरेलू एयरलाइंस के जरिये प्रतिदिन चार लाख लोग यात्रा करते थे।
महामारी की दूसरी लहर के बाद यात्रियों की संख्या बढ़ी थी लेकिन नए स्वरूप ओमीक्रोन के आने के बाद इसमें गिरावट आनी शुरू हो गई। सिंधिया ने कहा कि क्षमता और किराये की सीमा इसलिए लगाई गई थी जिससे ऐसा वातावरण बनाया जा सके जिसमें सभी खिलाड़ी टिके रह सकें और सभी को कुछ बाजार हिस्सेदारी और राजस्व प्राप्त हो सके। एयरलाइंस को 18 अक्टूबर, 2021 से पूरी क्षमता से परिचालन की अनुमति दी गई थी।
अखिल भारतीय प्रबंधन संघ (आइमा) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा, ‘‘नवंबर, दिसंबर में हमने प्रतिदिन 3.8 से 3.9 लाख यात्रियों की संख्या को छू लिया और यह कोविड-पूर्व के स्तर के पास था। लेकिन ओमीक्रोन के बाद यात्रियों की संख्या घटकर 1.6 लाख प्रतिदिन पर आ गई। इसमें करीब 65 से 70 प्रतिशत की गिरावट आई।’’ सिंधिया ने बताया कि रविवार को यात्रियों की संख्या 3.5 लाख रही। ।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने घरेलू एयरलाइंस ने 64.08 लाख यात्रियों को यात्रा कराई थी, जो एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 17.14 प्रतिशत की गिरावट है। पिछले साल जनवरी में हवाई यात्रियों की संख्या 77.34 लाख रही थी।
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