DLF: रियल्टी क्षेत्र की कंपनी डीएलएफ(DLF) ने गुरुग्राम में जिस परियोजना को कुछ दिन पहले पेश किया था उसके सभी 292 महंगे आवास (लक्जरी) 1,800 करोड़ रुपये से अधिक में बेच दिए हैं।
आठ दिन के भीतर ही पूरी तरह से बिक गई
यह आवास ऋण तथा संपत्ति के दामों में वृद्धि के बावजूद मांग में मजबूती को दर्शाता है। डीएलएफ ने 26 सितंबर को हरियाणा के गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-5 में ‘द ग्रोव’ नाम की परियोजना शुरू की थी। अब कंपनी ने विज्ञापन देकर बताया है कि इस परियोजना की सभी इकाइयां बिक चुकी हैं। सूत्रों ने बताया कि परियोजना पेशकश के आठ दिन के भीतर ही पूरी तरह से बिक गई है और इसका कुल बिक्री राजस्व 1,800 करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
कंपनी ने 8,000 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा
डीएलएफ समूह के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य कारोबार अधिकारी आकाश ओहरी ने 26 सितंबर को परियोजना की पेशकश करते हुए इससे 1,700 से 1,800 करोड़ रुपये का बिक्री राजस्व जुटाने की उम्मीद जताई थी। चालू वित्त वर्ष के लिए कुल बिक्री बुकिंग के बारे में उन्होंने कहा कि कंपनी ने 8,000 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है। इससे पहले, 2021-22 में डीएलएफ की बिक्री बुकिंग बढ़कर 7,273 करोड़ रुपये हो गई जो इससे पिछले वर्ष 3,084 करोड़ रुपये थी।
डीएलएफ के चेयरमैन राजीव सिंह देश के सबसे अमीर रियल एस्टेट उद्यमी
डीएलएफ के चेयरमैन राजीव सिंह देश के सबसे अमीर रियल एस्टेट उद्यमी हैं। उनकी कुल भू-संपत्ति 61,220 करोड़ रुपये है। इसके बाद मैक्रोटेक डेवलपर्स के एम पी लोढ़ा और उनका परिवार 52,970 रुपये की भू-संपत्तिके साथ दूसरे स्थान पर है। हुरुन और ग्रोहे इंडिया ने हाल ही ‘ग्रोहे हुरुन इंडिया रियल एस्टेट रिच लिस्ट' का पांचवां संस्करण जारी किया था। यह देश के धनाढ्य रियल एस्टेट कारोबारियों की सूची है। यह सूची संबंधित रियल एस्टेट कारोबार के नेटवर्थ में उनके स्वामित्व के हिस्से पर आधारित है। संपदा की गणना 31 दिसंबर, 2021 की स्थिति के अनुसार की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक वर्ष में डीएलएफ के राजीव सिंह की संपत्तियों में 68 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और वह शीर्ष पर हैं।
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