India Housing Sales: एक तरफ भारत में महंगाई बढ़ रही है। इसे कम करने के लिए सरकार से लेकर RBI के तरफ से नए कदम उठाए जा रहे हैं। इसी बीच आवास बिक्री को लेकर एक नया आंकड़ा सामने आया है, जो महंगाई के सभी दावों को गलत साबित करता हुआ दिखता है। संपत्ति के दामों में बढ़ोतरी और ब्याज दरों में वृद्धि के बावजूद देश के आठ प्रमुख शहरों में आवास की मांग मजबूत बनी हुई है और जुलाई से सितंबर की अवधि के दौरान इन शहरों में आवास बिक्री सालाना आधार पर 49 फीसदी बढ़कर 83,220 इकाई रही है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। पिछले वर्ष की समान तिमाही में 55,910 इकाइयां बिकी थीं।
तिमाही रिपोर्ट में ये जानकारी आई सामने
आवास ब्रोकरेज कंपनी प्रॉपटाइगर डॉट कॉम ने अपनी जुलाई-सितंबर 2022 की तिमाही रिपोर्ट में बताया कि मौजूदा आवास बिक्री 2019 की समान तिमाही यानी महामारी से पहले के स्तर के पार चली गई है। प्रॉपटाइगर डॉट कॉम, हाउसिंग डॉट कॉम और मकान डॉट कॉम के समूह मुख्य वित्तीय अधिकारी विकास वधावन ने कहा, ‘‘रियल एस्टेट उद्योग महामारी और उसके कारण आए व्यवधानों से उबर रहा है।’’
क्या कहते हैं आंकड़े?
ब्याज दरों में वृद्धि के बावजूद आवास की मांग में कमी नहीं आई है। उन्होंने कहा कि लोग अपना घर लेना चाहते हैं और मांग में वृद्धि की वजह यही है। आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई-सितंबर तिमाही में मुंबई में आवास बिक्री 28,800 इकाई रही है जो पिछले वर्ष की समान अवधि की 14,160 इकाई से दोगुना से भी अधिक है। पुणे में बिक्री 55 फीसदी बढ़कर 15,700 इकाई हो गई, पिछले वर्ष यह 10,130 इकाई थी। दिल्ली-एनसीआर में यह 22 फीसदी बढ़कर 5,430 इकाई रही जो पिछले वर्ष 4,460 इकाई थी। अहमदाबाद में आवास बिक्री पिछले वर्ष जुलाई-अगस्त की 5,480 इकाई की तुलना में इस वर्ष 44 फीसदी बढ़कर 7,880 इकाई हो गई।
बेंगलुरु में यह 20 फीसदी बढ़कर 7,890 इकाई रही जो पिछले वर्ष 6,550 इकाई थी। हैदराबाद में आवास बिक्री 35 फीसदी बढ़कर 10,570 इकाई रही जो पिछले वर्ष 7,810 इकाई थी। आंकड़ों के मुताबिक चेन्नई और कोलकाता में आवास बिक्री पांच-पांच फीसदी घट गई। चेन्नई में यह पिछले वर्ष की 4,670 इकाई की तुलना में इस वर्ष घटकर 4,420 इकाई रह गई। कोलकाता में पिछले वर्ष जुलाई से सितंबर के बीच 2,650 इकाइयां बिकी थीं जो इस वर्ष घटकर 2,530 इकाई रह गई है।
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