साइबर ठग आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा, अपने मोबाइल में करें ये 6 बदलाव
धोखाधड़ी के शिकार न हो इसके लिए जरूरी है कि आप हमेशा सावधान रहें और अपने मोबाइल में कुछ जरूरी बदलाव करें।
देश में डिजिटल लेनदेन बढ़ने के साथ साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। साइबर ठग नए-नए तरीके इजाद कर लोगों का बैंक अकाउंट मिनटों में खाली कर दे रहे हैं। हाल ही में एक मामला सामने आया है, जिसमें साइबर ठग ने 5जी नेटवर्क अपग्रेड के मेसेज भेजकर कई लोगों को ठगा है। आप इस तरह के धोखाधड़ी के शिकार न हो इसके लिए जरूरी है कि आप हमेशा सावधान रहें और अपने मोबाइल में कुछ जरूरी बदलाव करें। ऐसा इसलिए कि हम सभी आज बैंकिंग जरूरत को पूरा करने के लिए मोबाइल का ही इस्तेमाल करते हैं। यूपीआई लेनेदेन भी मोबाइल के जरिये ही बढ़ा है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आप अपने मोबाइल में क्या बदलाव या अपग्रेड करें।
सॉफ्टवेयर अपडेट की जांच करते रहें
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट का कहना है कि हर व्यक्ति को अपने मोबाइल के सॉफ्टवेयर अपेउेट की नियमित रूप से जांच करनी चाहिए। सॉफ्टवेयर अपडेट रहने पर साइबर ठगी का खतरा कम होता है क्योंकि मोबाइल ज्यादा सेफ रहता है।
एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग करें
साइबर ठगी से बचने के लिए यह सुनिश्चित करें कि आप अप-टू-डेट एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहे हैं। यह आपको कई तरह के खतरे से बचाने का काम करेगा।
अनवेरिफाइड स्रोतों से ऐप्स डाउनलोड न करें
कभी भी कोई ऐप अनवेरिफाइड स्रोत से डाउनलोड नहीं करें। हमेशा ऐप्पल ऐप स्टोर या गूगल प्ले स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें।
फेस आईडी या फिंगरप्रिंट बायोमेट्रिक्स का इस्तेमाल करें
अपने मोबाइल को जटिल पासवर्ड/बायोमेट्रिक्स (फेस आईडी, फिंगरप्रिंट) से सुरक्षित रखें। इससे धोखाधड़ी का खतरा कम होगा।
ओटीपी कभी भी शेयर न करें
किसी से भी अपना ओटीपी शेयर न करे। किसी भी अनचाहे ई-मेल, एसएमएस या मैसेज में आए अटेचमेंट को खोलने से बचें। ईमेल, वेबसाइट और अज्ञात ई-मेल भेजने वालों के स्पेलिंग एक बार जरूर चेक कर लें।
दूसरों के मोबाइल का उपयोग न करें
कभी भी व्यक्तिगत या वित्तीय डेटा किसी और के डिवाइस का उपयोग कर इस्तेमाल नहीं करें। यह आपको आसानी से ठगी का शिकार बना सकता है।