कुछ समय पहले तक नौकरी की तलाश करने वाले अधिकांश युवा स्टार्टअप में नौकरी करना चाहते हैं। लेकिन अब यह उनके लिए बुरे सपना जैसा हो गया है। ऐसा स्टार्टअप में भयानक छंटनी के चलते हुआ है। न्यूज पोर्टल इंक 42 के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय स्टार्टअप्स में कम से कम 27,000 टेक कर्मचारियों की नौकरी पिछले साल से अब तक चली गई है। प्रमुख स्टार्टअप 98 स्टार्टअप्स ने लगभग 26,868 कर्मचारियों को पिंक स्लिप थमाई है, जिसमें एडटेक के यूनिकॉर्न भी शामिल हैं। कम से कम 22 एडटेक स्टार्टअप्स ने अब तक 9,781 नौकरियों में कटौती की है। 2023 के पांच महीनों में लगभग 50 स्टार्टअप्स के भारत में 8,000 से अधिक कर्मचारियों ने अपनी नौकरी खो दी।
इन स्टार्टअप्स में बड़े पैमाने पर हुई छंटनी
रिपोर्ट के मुताबिक, देसी वर्चुअल इवेंट्स प्लेटफॉर्म एयरमीट ने अपने लगभग 30 प्रतिशत या कम से कम 75 कर्मचारियों को निकाल दिया है। क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान प्रदाता क्रेड के स्वामित्व वाले कॉरपोरेट एक्सपेंस मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म हैप्पे ने पुनर्गठन अभ्यास के हिस्से के रूप में अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 35 प्रतिशत की कटौती की। एक और देसी एडटेक स्टार्टअप टीचमिंट ने 70 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। इससे पांच महीने पहले लगभग 45 कर्मचारियों को हटा दिया था। चेन्नई स्थित एडटेक स्टार्टअप स्किल लिंक ने भी कर्मचारियों को निकाला।
अब तक सबसे खराब साल साबित हुआ
वर्ष 2023 टेक कर्मचारियों के लिए अब तक सबसे खराब साल साबित हुआ है। लगभग 2 लाख टेक कर्मचारी - बिग टेक फर्मों से लेकर स्टार्टअप्स तक - को वैश्विक स्तर पर निकाला गया है। मेटा, बीटी, वोडाफोन और कई अन्य कंपनियों ने आने वाले महीनों में और कर्मचारियों की छुट्टी की घोषणा की है। छंटनी ट्रैकिंग साइट लेऑफ्स के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अब तक 695 टेक कंपनियों ने करीब 1.98 लाख कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है।
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