दुनिया भर के बैंकिंग प्रणाली में कोहराम मच चुका है। स्विस बैंक क्रेडिट सुईस को संकट से उबारने के लिए यूबीएस द्वारा किया गया अधिग्रहण का दांव उलटा पड़ गया है। वैश्विक बैंकिंग प्रणाली में आई उथल-पुथल को रोकने के उद्देश्य से यूबीएस द्वारा क्रेडिट सुइस की खरीद दोनों बैंकों के लिए आफत का सौदा साबित हुई है। यूबीएस द्वारा लगभग 3.25 अरब डॉलर में खरीद की घोषणा के बाद क्रेडिट सुइस का शेयर 63 प्रतिशत टूट गया। वहीं निवेशकों को ये सौदा इतना नागवार गुजरा कि यूबीएस का शेयर भी 14 प्रतिशत टूट गया।
क्रेडिट सुइस ने बृहस्पतिवार को कहा था कि वह अपने शेयरों के गिरने के बाद स्विस सेंट्रल बैंक (केंद्रीय बैंक) से 54 अरब डॉलर तक का कर्ज लेगा। हालांकि, इससे भी बैंक के ग्राहक और निवेशक आश्वस्त नहीं हुए। इसके बाद स्विट्जरलैंड के अधिकारियों ने यूबीएस से संकटग्रस्त बैंक का अधिग्रहण करने का अनुरोध किया।
स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति अलेन बरसेत ने कहा कि यह सौदा अंतरराष्ट्रीय वित्तीय क्षेत्र की स्थिरता के लिए एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा, ‘‘क्रेडिट सुइस का अनियंत्रित तरीके से पतन देश और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली के लिए बहुत बड़ी परेशानी खड़ी कर देता।’’ स्विट्जरलैंड के सात सदस्यीय संचालन निकाय ने एक आपात अध्यादेश जारी किया है जिसमें शेयरधारकों की मंजूरी के बगैर बैंक के विलय को मंजूरी दी गई है।
क्रेडिट सुइस के चेयरमैन एक्सऐल लेहमान ने इस सौदे को एक बड़ा बदलाव लाने वाला बताया। यूबीएस के चेयरमैन कोम केलेहर ने कहा कि यह अधिग्रहण अपार संभावनाओं को जन्म देगा। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि उनकी योजना क्रेडिट सुइस को हिस्सों में बेचने की या बैंक का आकार घटाने की है।
Latest Business News