CPEC: Pakistan में बना China का आर्थिक गलियाया अब पाकिस्तान की गले की फांस बन गया है। चीन के इस आर्थिक गलियारे (China Pakistan Economic Corridor) में बिजली संयंत्रों (Power Plants) के लिए मिले महंगे कर्ज के चलते IMF की मदद से पाकिस्तान को हाथ धोना पड़ सकता है। पाकिस्तान ने आईएमएफ को भरोसा दिया है कि वह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के बिजली संयंत्रों में शामिल चीनी निवेशकों से छूट पाने की कोशिश करेगा।
एक मीडिया रिपोर्ट में शनिवार को कहा गया कि ये रियायत निवेश पर लाभ दर में कमी या ऋण के रिस्ट्रक्चरिंग के रूप में हो सकती है। सरकारी सूत्रों ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार को बताया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएस) के साथ एक कर्मचारी स्तर के समझौते को अंतिम रूप देने में एक अड़चन को दूर करने के लिए चीनी निवेशकों से रियायत पाने का भरोसा दिया।
नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को छह अरब डॉलर की ऋण सुविधा देने के लिए दोनों पक्षों ने इस सप्ताह एक प्रारंभिक कर्मचारी स्तर का समझौता किया। रिपोर्ट में कहा गया कि अरबों डॉलर के सीपीईसी के तहत स्थापित बिजली उत्पादन संयंत्रों के खरीद समझौतों पर फिर से विचार करने का मुद्दा निकट भविष्य में खत्म होने वाला नहीं है।
इमरान खान के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने भी पिछले साल जून में विश्व बैंक से 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर का ऋण हासिल करने के लिए इसी तरह का वादा किया था। अखबार की खबर में कहा गया कि इस बारे में टिप्पणी के अनुरोध पर वित्त मंत्रालय और आईएमएफ ने कोई जवाब नहीं दिया।
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