नयी दिल्ली। कोरोना महामारी की वापस लौटती लहरों ने मास्क को पूरी दुनिया के लिए न्यू नॉर्मल बना दिया है। लोग बीते दो साल से अपना चेहरा ढंक कर बाहर निकल रहे हैं। इससे लोगों की सेहत तो ठीक रहती है, लेकिन ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों को बीमार कर रहा है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार ब्यूटी प्रोडक्ट, वैलनेस और पर्सनल केयर प्रोडक्ट की बिक्री में 24 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है।
रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आरएआई) की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर के कारण कई राज्यों में लगाए गए प्रतिबंधों से देश में जनवरी 2022 के दौरान खुदरा बिक्री प्रभावित हुई है। आरएआई ने अपने नवीनतम व्यापार सर्वेक्षण में कहा कि पिछले महीने खुदरा बिक्री जनवरी 2019 के पूर्व-महामारी बिक्री स्तर के साथ-साथ जनवरी 2020 के 91 प्रतिशत पर पहुंच गई।
किस क्षेत्र में कितनी गिरावट
क्षेत्रवार आंकड़ों के अनुसार, पूर्वी क्षेत्र में पिछले महीने जनवरी 2019 की तुलना में खुदरा बिक्री में 13 प्रतिशत की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। इसके बाद पश्चिम में 11 प्रतिशत और उत्तर क्षेत्र में आठ प्रतिशत की गिरावट देखी गई। आरएआई ने बताया कि दक्षिण क्षेत्र सबसे कम प्रभावित हुआ है और जनवरी 2022 के दौरान इस क्षेत्र की खुदरा बिक्री में दो प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
सौंदर्य की श्रेणी के उड़े रंग कोरोना लॉकडाउन की सबसे बुरी मार ब्यूटी सेगमेंट पर पड़ी है। श्रेणी के अनुसार सौंदर्य, कल्याण और व्यक्तिगत देखभाल में खुदरा बिक्री सबसे बुरी तरह प्रभावित हुई। इसमें पिछले महीने जनवरी 2019 की तुलना में 24 प्रतिशत की गिरावट हुई। इसके बाद फर्नीचर और फर्निशिंग में 12 प्रतिशत और परिधान और कपड़ों में सात प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
आभूषणों पर आई रौनक
संघ के अनुसार 2019 में इसी महीने की तुलना में इस साल जनवरी में आभूषण श्रेणी की खुदरा बिक्री में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई और तेजी से सेवा देने वाले रेस्तरां की खुदरा बिक्री में भी नौ प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
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