सरकार ने बुधवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां कोल इंडिया, एनएमडीसी और ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (OVL) विदेशों में महत्वपूर्ण खनिज की तलाश शुरू करेंगी। ओएनजीसी विदेश लिमिटेड सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम की विदेशी निवेश शाखा है। इन सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU) की विदेश में पहले से ही किसी न किसी तरह की मौजूदगी है।
कोल इंडिया चीली में कर रही काम
खान सचिव वी. एल. कांथा राव ने अपतटीय खनन पर एक कार्यशाला के मौके पर पत्रकारों से कहा, ‘‘सचिवों के समूह (संसाधनों पर) ने निर्णय लिया है कि ये कंपनियां (कोल इंडिया, एनएमडीसी, ओएनजीसी विदेश लिमिटेड) आगे बढ़ें और विदेशों में महत्वपूर्ण खनिज पर भी ध्यान दें। यह एक आसान तरीका है। ये कंपनियां पहले से ही विदेशों में कारोबार कर रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया चिली में कुछ लिथियम ब्लॉक पर सक्रिय रूप से काम कर रही है। राव ने कहा, ‘‘कोल इंडिया सक्रिय हो रही है।
NMDC के पास है ऑस्ट्रेलिया में सोने की खदान
एनएमडीसी पहले से ही ऑस्ट्रेलिया में सक्रिय है। उनके पास ऑस्ट्रेलिया में कुछ सोने की खदानें हैं और वे ऑस्ट्रेलिया में लिथियम खदानों पर भी गौर कर रहे हैं।’’ तांबा, लिथियम, निकल, कोबाल्ट और दुर्लभ तत्व जैसे महत्वपूर्ण खनिज आज पवन टरबाइन और बिजली नेटवर्क से लेकर इलेक्ट्रिक वाहनों तक तेजी से बढ़ती स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में से कई में आवश्यक घटक हैं। स्वच्छ ऊर्जा बदलाव में तेजी आने के साथ इन खनिजों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है।
Latest Business News