ChatGPT और Google Bard ने बजाई खतरे की घंटी, इतने हजार लोगों की नौकरी गई
रिटेल सेक्टर ने मई में 9,053 के साथ दूसरी सबसे अधिक कटौती की घोषणा की। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटेल ने इस साल अब तक 45,168 कटौती की घोषणा की है, जो मई 2022 तक घोषित 4,335 प्रतिशत से 942 प्रतिशत अधिक है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, चैटजीपीटी और गूगल Bard की चर्चा इन दिनों दुनियाभर में हो रही है। साइबर एक्सपर्ट इसके फायदे और नुकसान बता रहें हैं। इस बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से नुकसान की खबर आ गई है। दरअसल, यूएस-आधारित कंसल्टिंग फर्म चैलेंजर, ग्रे एंड क्रिसमस की मासिक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में मई के महीने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के चलते लगभग 4,000 लोगों की नौकरी चली गई। लेबर एक्सपर्ट, ग्रे एंड क्रिसमस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एंड्रयू चैलेंजर ने कहा, उपभोक्ता विश्वास छह महीने के निचले स्तर पर आ गया है और नौकरी के अवसर कम हो रहे हैं। कंपनियां मंदी की आशंका में भर्ती पर ब्रेक लगा रही हैं।
बड़ी संख्या में कम हो रही नौकरियों की संख्या
इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनियों ने इस साल अब तक 4,17,500 नौकरियों में कटौती की योजना की घोषणा की है, जो पिछले साल की समान अवधि में घोषित 1,00,694 कटौती से 315 प्रतिशत अधिक है। यह 2020 के बाद से जनवरी-मई का उच्चतम आकड़ा है जब 1,414,828 कटौती दर्ज की गई थी। प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने मई में 22,887 के साथ सबसे अधिक कटौती की घोषणा की, जो इस वर्ष कुल 136,831 थी, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में घोषित 4,503 कटौती से 2,939 प्रतिशत अधिक है।
रिटेल सेक्टर भी छंटनी से अछूता नहीं
रिटेल सेक्टर ने मई में 9,053 के साथ दूसरी सबसे अधिक कटौती की घोषणा की। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटेल ने इस साल अब तक 45,168 कटौती की घोषणा की है, जो मई 2022 तक घोषित 4,335 प्रतिशत से 942 प्रतिशत अधिक है। ऑटोमोटिव क्षेत्र ने पिछले महीने 8,308 नौकरियों में कटौती की घोषणा की, जो इस साल कुल 18,017 थी, जो पिछले साल इसी अवधि में घोषित 5,380 कटौती से 235 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय फर्मों ने मई में 36,937 नौकरियों की कटौती की घोषणा की है, जो 2022 में इसी अवधि के 8,788 कटौती से 320 प्रतिशत अधिक है।
भारत पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कितना असर
साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि फौरी तौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बड़ा असर भारत पर नहीं होगा। पश्चिमी देशों के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था बिल्कुल अलग तरह से काम करती है। ऐसे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस किसी कंपनी में बड़ी छंटनी का कारण बन जाए, ऐसा नहीं होगा। हां, कुछ आईटी कंपनी में इसका असर दिखाई दे सकता है लेकिन वह भी बहुत बड़ा नहीं होगा। इसलिए भारत के पेशेवरों को अभी डरने की जरूरत नहीं है।
इनपुट: आईएएनएस