सस्ता होगा मकान बनाना, जोरदार डिमांड के बावजूद देश भर में करीब 3 % तक घट सकते हैं सीमेंट के दाम
सीमेंट की कीमतें घट सकती हैं। रूस यूक्रेन युद्ध के कारण इनकी कीमतें आसमान पर पहुंच गई थीं। लेकिन कच्चे माल की कीमतें घटने से राहत मिली है।
अगर आप त्योहारी सीजन में घर बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं या मरम्मत कराने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। बाजार में जबर्दस्त मांग के बावजूद सीमेंट कंपनियां (Cement Companies) जल्द ही कीमतों में 1 से 3 प्रतिशत तक की कटौती कर सकती हैं। यह कटौती आने वाले महीनों में देखने को मिल सकती है। दूसरी ओर सीमेंट (Cement Price) पर मौजूदा जीएसटी की दरों (GST Rates of Cement) में भी कटौती की संभावना जताई जा रही है। सीमेंट पर मौजूदा दर 28 प्रतिशत की है। जिसे 18 प्रतिशत करने की मांग की जा रही है। अगले महीने जीएसटी काउंसिल की बैठक में इस पर फैसला किया जा सकता है।
जोरदार मांग के बावजूद घटेंगे दाम
रेटिंग ऐजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स ने एक रिपोर्ट में कहा कि सीमेंट उत्पादन में कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों की कीमतें बीते दिनों तेजी से गिरी हैं। जिसके चलते सीमेंट कंपनियों के पास अब कीमतें घटाने के लिए मार्जिन बढ़ गया है। ऐसे में उम्मीद है कि कंपनियों जल्द ही कीमतें कम कर सकती हैं। पिछले वित्त वर्ष में सीमेंट की कीमत 391 रुपये प्रति बोरी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। हालांकि अभी भी सीमेंट की कीमतें बढ़ती मांग के चलते उच्च स्तर के आसपास टिकी हुई हैं।
कच्चे माल की घटी कीमतें
अंतर्राष्ट्रीय पेट-कोक की कीमतों में वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही की शुरुआत में भी कमी आई है और कच्चे तेल की कीमतों के साथ वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में साल-दर-साल 13 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसके अलावा, मार्च 2023 की तुलना में मई में घरेलू पेट-कोक, अंतरराष्ट्रीय पेट-कोक और ऑस्ट्रेलियाई कोयले की कीमतों में क्रमशः 17, 23 और 14 प्रतिशत की गिरावट आई है।
रूस यूक्रेन युद्ध के बाद से बढ़ी कीमतें
रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी की वजह से पैदा हुए गतिरोधों के अलावा कच्चे माल की लागत बढ़ने और यूक्रेन पर रूस के हमले से पैदा हुए हालात की इस कीमत बढ़ोतरी में अहम भूमिका रही। हालांकि, चालू वित्त वर्ष में सीमेंट उद्योग में प्रतिस्पर्द्धा तेज होने और लागत कीमतों में नरमी आने से मूल्य वृद्धि का सिलसिला थमता नजर आ रहा है। रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि सीमेंट की खुदरा कीमतें इस साल एक-तीन प्रतिशत तक कम हो सकती हैं। पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में सीमेंट कीमतें करीब एक प्रतिशत घटकर औसतन 388 रुपये प्रति बोरी पर आ गई थीं।
जानिए कितनी गिर सकती हैं कीमतें
एजेंसी की निदेशक हेतल गांधी को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में साल-दर-साल मांग में 8-10 फीसदी की मजबूत वृद्धि होगी। हालांकि इससे कीमतों में तेजी नहीं आएगी। इसके विपरीत, कीमतों में साल-दर-साल लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 382-385 रुपये/बैग होने की संभावना है, व्यापार खंड में अपेक्षाकृत मध्यम वृद्धि से भी गिरावट आई है। गिरती इनपुट लागत भी कम कीमतों का समर्थन करती है, रिपोर्ट में ऑस्ट्रेलियाई कोयले की कीमतों में गिरावट की ओर इशारा करते हुए कहा गया है, जो कि तीसरी और चौथी तिमाही में क्रमश: 10 प्रतिशत और 36 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही में गिरावट आई है।