नयी दिल्ली। आयकर विभाग ने चीनी दूरसंचार कंपनी हुवावे के भारत में कर योग्य आय को कम दिखाने के लिए खाताबही में कथित रूप से हेरफेरी का पता लगाया है। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। गौरतलब है कि आयकर विभाग ने हाल में हुवावे पर छापा मारा था। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा कि यह तलाशी 15 फरवरी को एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के मुख्य व्यवसाय और ‘प्रमुख पदाधिकारियों’ के आवासीय परिसरों में की गई, जो दूरसंचार उत्पादों के वितरण और सॉफ्टवेयर विकास से जुड़ी सेवाएं देती है। सूत्रों ने कंपनी की पहचान हुवावे के रूप में की है।
सीबीडीटी ने कहा, ‘‘समूह की अंतिम हिस्सेदारी पड़ोसी देश की एक विदेशी इकाई के पास है।’’ सीबीडीटी ने आरोप लगाया कि समूह ने ‘‘भारत में अपनी कर योग्य आय को कम दिखाने के लिए खाताबही में हेरफेर किया, जैसे मूल्यह्रास के प्रावधान, वारंटी के प्रावधान, संदिग्ध ऋण और अग्रिम आदि। जबकि इस कदम का कोई भी वैज्ञानिक / वित्तीय आधार नहीं हैं।’’
बयान में आरोप लगाया गया, ‘‘जांच के दौरान, समूह ऐसे दावों के लिए कोई पर्याप्त और उचित कारण देने में विफल रहा है।’’ कंपनी ने तलाशी के दौरान कहा था कि वह भारतीय कानूनों का दृढ़ता से अनुपालन कर रही है।
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