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Hindi News पैसा बिज़नेस बायजू रवींद्रन ने कर्जदाताओं को पैसा लौटाने के लिए रखी ये शर्त, जानें क्या बोले- Byju's के फाउंडर

बायजू रवींद्रन ने कर्जदाताओं को पैसा लौटाने के लिए रखी ये शर्त, जानें क्या बोले- Byju's के फाउंडर

दिग्गज एडटेक कंपनी बायजू वर्तमान में दिवाला कार्यवाही का सामना कर रही है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा 158.9 करोड़ रुपये के बकाये की वसूली के लिए एनसीएलएटी से संपर् किया था। जिसके बाद एनसीएलटी ने बायजू के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू की थी।

दिवाला कार्यवाही का सामना कर रही है कंपनी- India TV Paisa Image Source : REUTERS दिवाला कार्यवाही का सामना कर रही है कंपनी

भयानक वित्तीय संकट से जूझ रही दिग्गज एडटेक कंपनी बायजू के फाउंडर बायजू रवींद्रन कर्जदाताओं का पैसा लौटाने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने कर्जदाताओं का पैसा लौटाने के लिए एक खास शर्त रखी है। बायजू रवींद्रन ने गुरुवार को कहा कि अगर कर्जदाता उनके साथ काम करने के लिए तैयार हैं तो वे उन्हें पूरा पैसा लौटाने के लिए तैयार हैं। रवींद्रन ने कहा कि अगर कंपनी के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया जारी रहती है तो कर्जदाताओं को कोई पैसा नहीं मिलेगा।

बायजू कर चुका है 14 करोड़ डॉलर का भुगतान

रवींद्रन ने कहा,“अगर वे मेरे साथ काम करने के लिए तैयार हैं तो मैं एक भी रुपया निकालने से पहले उन्हें पैसे वापस देने के लिए तैयार हूं। हमने 14 करोड़ डॉलर का भुगतान किया है, लेकिन वे पूरे 1.2 अरब डॉलर चाहते थे, जो हमने पहले ही प्रतिबद्ध कर दिए थे या निवेश कर दिए थे। ज्यादातर कर्जदाता कंपनी के साथ समझौता करना चाहते थे, लेकिन उनमें से एक या दो लोग ऐसे भी थे जो इससे बहुत ज्यादा प्रॉफिट कमाना चाह रहे थे।” 

दिवाला कार्यवाही का सामना कर रही है कंपनी

बताते चलें कि दिग्गज एडटेक कंपनी बायजू वर्तमान में दिवाला कार्यवाही का सामना कर रही है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा 158.9 करोड़ रुपये के बकाये की वसूली के लिए एनसीएलएटी से संपर् किया था। जिसके बाद एनसीएलटी ने बायजू के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू की थी। 

बीसीसीआई के मामले में राहत मिलने के बाद फिर घिरी कंपनी

बायजू ने पूरे बकाये राशि का भुगतान करने के बाद बीसीसीआई के साथ विवाद सुलझा लिया, जिसके बाद एनसीएलएटी ने कंपनी के खिलाफ शुरू की गई दिवाला कार्यवाही को रद्द कर दिया। हालांकि, अमेरिकी कर्जदाताओं ने अपने एजेंट ग्लास ट्रस्ट के माध्यम से एनसीएलएटी के आदेश को एक बार फिर कोर्ट में चुनौती दी, जिसने बायजू के खिलाफ दिवाला कार्यवाही को फिर से बहाल कर दिया। एक समय देश की सबसे बड़ी यूनिकॉर्न रही बायजू अब बेहद गंभीर वित्तीय संकट में फंसी हुई है।

पीटीआई इनपुट्स के साथ

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