नई दिल्ली। शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद म्यूचुअल फंड निवेशकों का उत्साह कम नहीं हुआ है। ऐसा इसलिए कि इक्विटी म्यूचुअल फंड में फरवरी, 2022 में 19,705 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आया है। यह लगातार 12वां महीना है जब शुद्ध रूप से मासिक प्रवाह बढ़ा है। वह भी शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव तथा विदेश संस्थागत निवेशकों द्वारा बिकवाली जारी रहने के बीच।
निवेशकों का सकारात्मक रुझान में कमी नहीं
म्यूचुअल फंड कंपनियों के निकाय एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, यह आंकड़ा जनवरी, 2022 में 14,888 करोड़ रुपये और दिसंबर, 2021 में 25,077 रुपये था। इक्विटी यानी शेयर बाजार में निवेश से जुड़ी योजनाओं में शुद्ध रूप से प्रवाह मार्च, 2021 से लगातार जारी है और इस दौरान शुद्ध रूप से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का पूंजी निवेश हुआ। यह म्यूचुअल फंड की इक्विटी से जुड़ी योजनाओं के प्रति निवेशकों के सकारात्मक रुझान को दर्शाता है। इससे पहले इस तरह की योजनाओं से लगातार आठ माह जुलाई, 2020 से फरवरी 2021 के बीच 46,791 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। हालांकि, उद्योग के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) फरवरी के अंत में घटकर 37.56 लाख करोड़ रुपये रह गईं, जो जनवरी के अंत में 38.01 लाख करोड़ रुपये थीं।
2021 में 7 लाख करोड़ रुपये जोड़े थे
म्यूचुअल फंड ने वर्ष 2021 में निवेश के साधन के रूप में निवेशकों का भरोसा जीतने के साथ ही अपने प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (एयूएम) में सात लाख करोड़ रुपये का इजाफा किया था। एम्फी के मुताबिक इस उद्योग का एयूएम 2021 में नवंबर के अंत तक 24 प्रतिशत बढ़कर 38.45 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था, जो दिसंबर 2020 में 31 लाख करोड़ रुपये था।
क्यों बाजार गिरने के बावजूद बढ़ रहा निवेश
वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि ब्याज दरें कम होने से निवेशक पारंपरिक तरीकों के अलावा दूसरे विकल्पों की तलाश कर रहे हैं। इससे म्यूचुअल फंड में निवेश लगातार बढ़ रहा हे। इसके अलावा म्यूचुअल फंड के बारे में जागरूकता बढ़ने से लोगों की भागीदारी बढ़ी है।
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