सरकार भले ही 1 फरवरी 2023 को देश का आम बजट (Budget 2023) पेश करेगी। लेकिन इसकी तैयारियां सरकार ने कई महीने पहले से शुरू कर दी हैं। इस बीच बजट को लेकर विभिन्न पक्षों से सलाह लेने का सिलसिला शुरू होने जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) सोमवार, 21 नवंबर से बजट पूर्व बैठकें शुरू करेंगी। पारंपरिक रूप से वित्त मंत्री (Finance Minister) बजट से पहले विभिन्न पक्षों के साथ बैठक करते हैं।
क्या है वित्तमंत्री का कार्यक्रम
- वित्त मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सीतारमण 21 नवंबर को उद्योग मंडलों, बुनियादी ढांचा क्षेत्र और पर्यावरण विशेषज्ञों के साथ तीन समूहों में बैठक करेंगी। ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आयोजित की जाएंगी, जिसमें विभिन्न पक्षों से 2023-24 के आम बजट के लिए सुझाव मांगे जाएंगे। इस दौरान जलवायु परिवर्तन और बुनियादी ढांचे से संबंधित मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- इसके बाद वित्त मंत्री 22 नवंबर को कृषि और कृषि प्रसंस्करण उद्योग, वित्तीय क्षेत्र और पूंजी बाजार के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगी।
- वह 24 नवंबर को स्वास्थ्य, शिक्षा, पानी और स्वच्छता सहित सामाजिक क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श करेंगी। इसी दिन उनके सेवा क्षेत्र और व्यापार निकायों के प्रतिनिधियों से मिलने का भी कार्यक्रम है।
- मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों और अर्थशास्त्रियों के साथ उनकी बजट पूर्व बैठक 28 नवंबर को होनी है। इन सभी बैठकों के दौरान प्रतिभागी 2023-24 के आम बजट के बारे में सुझाव देंगे।
1 फरवरी को पेश होगा आम बजट
वित्त मंत्री एक फरवरी को संसद में आम बजट पेश करेंगी। सूत्रों ने कहा कि 2023-24 के आम बजट में जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दों पर खासतौर से जोर दिया जाएगा, क्योंकि भारत ने 2070 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य तय किया है।
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