वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को एनडीए 2.0 सरकार का चौथा आम बजट पेश करने जा रही हैं। कोरोना संकट के भंवर में फंसी जनता को सरकार से काफी उम्मीदें हैं। लोगों की आय और बचत तेजी से घट रही है, वहीं महंगाई अपने चरम पर है। रोजगार, निवेश, बचत, महंगाई, टैक्स आदि जैसे कई मुद्दे हैं जिनके समाधान के लिए लोग सरकार की ओर ताक रहे हैं। ऐसे में इस बजट को उम्मीदों का बजट कहा जा रहा है।
सरकार के पास विशेषज्ञों की पूरी एक टीम है जो आम लोगों की इन उम्मीदों के पहाड़ पर बजट को खरा उतारने की वित्त मंत्री की बजट टीम इस बार उन्हें मिलाकर 6 लोग शामिल हैं। जिनपर आम लोगों की उम्मीदों के अनुसार बजट का तैयार करने का दारोमदार है। आइए जानते हैं कौन-कौन है इस टीम में शामिल।
तुहिन कांत पांडे
तुहिन कांत पांडे अक्टूबर 2019 से केंद्र सरकार में निवेश व सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग यानि डीआईपीएएम के सचिव हैं। यह विभाग मुख्यतया विनिवेश से संबंधित काम संभालता है। बीते साल पांडे ने एयर इंडिया के टाटा संस के हाथों प्राइवेटाइजेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी तुहिन कांत पांडे के पास 17 अन्य स्ट्रैटिजिक सेल्स की जिम्मेदारी है, इसमें जीवन बीमा निगम की मेगा लिस्टिंग भी शामिल है।
अजय सेठ
अजय सेठ को 1987 के कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वे पिछले साल अप्रैल में आर्थिक मामलों का सचिव बने हैं। सेठ के पास बजट का अनुभव है। वे केंद्र से पहले कर्नाटक में बजट व संसाधनों और वाणिज्यिक कर विभाग को संभाल चुके हैं। इस बार बजट में उनके पास राजकोषीय स्थिति को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी है।
देबाशीष पांडा
देबाशीष पांडा इस समय फाइनेंस मिनिस्ट्री में फाइनेंशियल सर्विसेज डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी हैं। बजट में वित्तमंत्री वित्तीय क्षेत्र से जुड़े जो ऐलान करेंगी, उसकी जिम्मेदारी पांडा पर ही है। देबाशीष पांडा 1987 उत्तर प्रदेश बैच के आईएएस अधिकारी हैं। पांडा पर वित्तीय सिस्टम की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए आरबीआई के साथ मिलकर काम करने की भी जिम्मेदारी है।
टीवी सोमनाथन
वरिष्ठ नौकरशाह टीवी सोमनाथन वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग के सचिव हैं। वे इससे पहले विश्व बैंक में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव के रूप में काम कर चुके हैं। सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं।
तरुण बजाज
1988 बैच के हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी तरुण बजाज इस समय वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव हैं। वित्त मंत्रालय में आने से पहले बजाज पीएमओ में सेवाएं दे चुके हैं। वह कोरोना की पहली लहर के दौरान आर्थिक मामलों के सचिव के तौर पर वित्त मंत्रालय से जुड़े और उन्होंने कई राहत पैकेजेस पर काम किया है। तीन आत्मनिर्भर भारत पैकेज को आकार देने में बजाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
Latest Business News