BSE का पहली तिमाही में 3 गुना बढ़ गया मुनाफा, NSE का प्रॉफिट 39% बढ़ा, सरकार को पहुंचे 14,000 करोड़
एनएसई ने कहा कि उसने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए सरकारी खजाने में 14,003 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
देश के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसई का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में तीन गुना से अधिक होकर 265 करोड़ रुपये रहा है। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 75 करोड़ रुपये रहा था। बीएसई ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी आमदनी जून तिमाही में 674 करोड़ रुपये रही है, जो किसी तिमाही में उसका अबतक का सर्वाधिक है। पिछले साल समान तिमाही में उसकी आमदनी 271 करोड़ रुपये थी। बीएसई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुंदररमन राममूर्ति ने कहा, ‘‘पहली तिमाही में हमारा प्रदर्शन मजबूत रहा है। प्रत्येक कारोबार ने आय और लाभ में योगदान दिया है।’’
NSE का मुनाफा 39% बढ़ा
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का जून, 2024 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एकीकृत शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 39 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2,567 करोड़ रुपये हो गया। एनएसई की चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में एकीकृत परिचालन आय 51 प्रतिशत बढ़कर 4,510 करोड़ रुपये हो गई। एकल आधार पर एनएसई ने समीक्षाधीन तिमाही में 1,960 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 1,598 करोड़ रुपये था। पहली तिमाही में एनएसई ने 4,051 करोड़ रुपये की कुल परिचालन आय दर्ज की, जो पिछले साल की इसी तिमाही के 2,833 करोड़ रुपये से साल-दर-साल आधार पर 43 प्रतिशत की वृद्धि है। समीक्षाधीन तिमाही में एनएसई का एकल आधार पर कुल खर्च 1,762 करोड़ रुपये रहा।
सरकारी खजाने में गये 14,003 करोड़ रुपये
एनएसई ने कहा कि उसने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए सरकारी खजाने में 14,003 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। इसमें से एसटीटी/सीटीटी (कमोडिटी ट्रांजैक्शन टैक्स) में 12,054 करोड़ रुपये, स्टाम्प शुल्क (1,018 करोड़ रुपये), जीएसटी (362 करोड़ रुपये), सेबी शुल्क (333 करोड़ रुपये) और आयकर (236 करोड़ रुपये) शामिल हैं।