देश में अपनी शुरुआत के बाद से देश की पहली सेमी हाईस्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रियों के बीच कौतूहल का विषय बन रही है। दिल्ली बनारस के बीच शुरू हुई वंदे भारत अब करीब एक दर्जन रूट पर दौड़ रही है। इस बीच रेलवे वंदे भारत एक्सप्रेस में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। अभी तक वंदे भारत में सिर्फ सिटिंग कोच को शामिल किया गया है। लेकिन जल्द ही वंदे भारत में स्लीपर डिब्बे भी देखने को मिल सकते हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र की भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) की अगुवाई वाले गठजोड़ को 80 शयनयान श्रेणी (स्लीपर क्लास) की वंदे भारत ट्रेन का ठेका मिला है। यह ठेका कुल 9,600 करोड़ रुपये से अधिक का है। गठजोड़ को छह साल में भारतीय रेलवे को 80 शयनयान श्रेणी की वंदे भारत ट्रेन की आपूर्ति करनी है।
इन रूट्स पर हो सकती है शुरुआत
शयनयान श्रेणी की वंदे भारत ट्रेन की काफी मांग है। खासतौर से दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा जैसे लंबे रूट पर इन्हें चलाया जा सकता है। इस समय चल रही सभी वंदे भारत ट्रेनों में केवल कुर्सीयान और विशेष कुर्सीयान की श्रेणियां हैं।
80 वंदे भारत ट्रेनों का ठेका
कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को बताया कि भेल की अगुवाई वाले गठजोड़ को भारतीय रेलवे से 80 वंदे भारत ट्रेन का ठेका मिला है। इसके तहत प्रत्येक ट्रेन का आपूर्ति मूल्य करों और शुल्कों को छोड़कर 120 करोड़ रुपये है। शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक 35 साल के लिए रखरखाव का ठेका भी दिया गया है। भेल 72 महीनों में 80 ट्रेन की आपूर्ति करेगी।
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