अगर आपने वीकेंड के लिए बैंक से जुड़ा काम करने के लिए प्लानिंग की है, तो ध्यान दीजिए। शनिवार को देश के कई सरकारी बैंकों में काम काज ठप रह सकता है। बैंक कर्मचारियों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने शनिवार को हड़ताल का आह्वान किया है।
पंजाब और सिंध बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि अगर हड़ताल होती है तो बैंक के कर्मचारी उसमें हिस्सा ले सकते हैं। ऐसी स्थिति में बैंक की शाखाओं/कार्यालयों का सामान्य कामकाज प्रभावित होने की संभावना है।
क्यों हो रही है हड़ताल
बैंक यूनियनों ने हड़ताल पर जाने का सबसे महत्वपूर्ण कारण बैंकों के कामकाज की आउटसोर्सिंग को बताया है। इसी के विरोध में शनिवार को यूनियनें बैंक हड़ताल कर रही हैं। एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा कि हड़ताल से सार्वजानिक क्षेत्र के बैंकों का कामकाज प्रभावित हो सकता है। हालांकि, इससे निजी क्षेत्र के बैंक प्रभावित नहीं होंगे।
अटक सकते हैं बैंक के ये काम
हालांकि, अधिकारी वर्ग इस हड़ताल में शामिल नहीं होगा, लेकिन इससे बैंकों में जमा, निकासी, चेक का समाशोधन प्रभावित हो सकता है। बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब एंड सिंध बैंक समेत कई बैंकों ने पहले ही अपने ग्राहकों को 19 नवंबर को हड़ताल की स्थिति में सेवाएं प्रभावित होने के बारे में सूचित कर दिया है।
क्या है आउटसोर्सिंग का खतरा
वेंकटचलम ने कहा कि कुछ बैंकों द्वारा नौकरियों की आउटसोर्सिंग से ग्राहकों की गोपनीयता और उनकी जमा धन को लेकर जोखिम पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ बैंक औद्योगिक विवाद (संशोधन) कानून का भी उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे मामले जिनमें श्रम अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया है, उनमें भी प्रबंधन सलाह को नजरअंदाज कर रहे हैं। प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों का जबरन स्थानांतरण किया जा रहा है।
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